मोदी ने आपातकाल पर कहा, उस रात को ‘देश की आत्मा को कुचल दिया गया था, मीडिया को दबोच दिया गया था’

By सतीश कुमार सिंह | Published: June 25, 2019 07:54 PM2019-06-25T19:54:59+5:302019-06-25T19:54:59+5:30

PM Modi in Lok Sabha: Who did it? Who did it? was being asked by some people during the debate. Today is 25th June. Who imposed the Emergency? We can't forget those dark days. | मोदी ने आपातकाल पर कहा, उस रात को ‘देश की आत्मा को कुचल दिया गया था, मीडिया को दबोच दिया गया था’

करीब एक घंटे के भाषण में मोदी ने कहा कि आज के वैश्विक वातावरण में यह अवसर हमें खोना नहीं चाहिए।

Highlightsये इमरजेंसी नहीं है कि किसी को भी जेल में डाल दिया जाए, ये लोकतंत्र है। ये काम न्यायपालिका का है।हम कानून से चलने वाले लोग हैं और किसी को जमानत मिलती है तो वो इंजॉय (आनंद उठाये) करे। हम बदले की भावना से काम नहीं करेंगे।

लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण प्रस्ताव पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को आपातकाल का जिक्र करते हुए कहा कि आज 25 जून है और (1975 में) उस रात को ‘‘देश की आत्मा को कुचल दिया गया था। देश के मीडिया को दबोच दिया गया था।’’

उन्होंने कहा कि आपातकाल के दौरान देश के महापुरुषों को जेल की सलाखों के पीछे डाल दिया गया था। पूरे देश को जेल बना दिया गया था। सिर्फ इसलिए क्योंकि किसी की सत्ता नहीं चली जाए। मोदी ने कहा कि इस दिन का बार बार स्मरण करते रहना इसलिए भी जरूरी है ताकि इस पाप के रास्ते पर चलने का कोई साहस भी नहीं कर सके।


उन्होंने कहा कि मेक इन इंडिया का मजाक उड़कार कुछ लोगों को भले ही रात को अच्छी नींद आ जाए लेकिन इससे देश का भला तो नहीं हो पाएगा। मेक इन इंडिया का आगे बढ़ाना हमारी जिम्मेदारी है। हमारा सपना नया भारत बनाना है जिसके लिए मेक इन इंडिया जरूरी है।

 प्रधानमंत्री ने कहा कि राष्ट्रपति अभिभाषण में इस बात का एक खाका खींचने का प्रयास किया गया है कि हम भारत को कहां ले जाना चाहते हैं, कैसे ले जाना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि एक सुरक्षित, सशक्त, समृद्ध, समावेशी राष्ट्र का सपना हमारे देश के अनेक महापुरुषों ने देखा है। उसे पूरा करने के लिए संकल्पबद्ध होकर, अधिक गति, अधिक तीव्रता के साथ हम सबको मिलजुलकर आगे बढ़ना, समय की मांग और देश की अपेक्षा है।

करीब एक घंटे के भाषण में मोदी ने कहा कि आज के वैश्विक वातावरण में यह अवसर हमें खोना नहीं चाहिए। उन्होंने कहा कि पंडित जवाहर लाल नेहरू ने 1951 में कहा था कि कर्तव्यों को पहले स्वीकार करें तो अधिकार अपने आप मिलेंगे।

चर्चा के दौरान कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी के बयान के संदर्भ में मोदी ने कहा कि हमें इसलिए कोसा जा रहा है कि हमने अमुक अमुक व्यक्ति को जेल में क्यों नहीं डाला? उन्होंने कहा,‘‘ ये इमरजेंसी नहीं है कि किसी को भी जेल में डाल दिया जाए, ये लोकतंत्र है। ये काम न्यायपालिका का है।

हम कानून से चलने वाले लोग हैं और किसी को जमानत मिलती है तो वो इंजॉय (आनंद उठाये) करे। हम बदले की भावना से काम नहीं करेंगे।’’ प्रधानमंत्री के जवाब के बाद सदन ने राष्ट्रपति अभिभाषण के धन्यवाद प्रस्ताव को ध्वनिमत से पारित कर दिया। साथ ही विपक्ष द्वारा इस प्रस्ताव पर लाये गये सभी प्रस्तावों को ध्वनिमत से खारिज कर दिया 

 

Web Title: PM Modi in Lok Sabha: Who did it? Who did it? was being asked by some people during the debate. Today is 25th June. Who imposed the Emergency? We can't forget those dark days.

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