भारतीय लोकतंत्र को सबसे निचले स्तर तक पहुँचाने की व्यवस्था पंचायती राज कही जाती है। इसके माध्यम से भारत के सभी गाँवों में लोकतांत्रिक ढंग से चुनाव कराये जाते हैं। भारत के सम्विधान में किये गये ७३वें संशोधन द्वारा पंचायती राज अमल में लाया गया। इस मकसद से भारत सरकार ने पंचायती राज मंत्रालय की स्थापना की है जिसके अंतर्गत सभी ग्राम सभाओं में चुनाव कराये जाते हैं। ग्राम पंचायतों को विकास के लिए बजट भी आवंटित किया जाता है। Read More
Civic Elections 2025: शिवसेना (उबाठा) नेता ने कहा, ‘‘हम ‘इंडिया’ गठबंधन के लिए एक संयोजक भी नियुक्त नहीं कर पाए। यह ठीक नहीं है। गठबंधन की सबसे बड़ी पार्टी होने के नाते, बैठक बुलाना कांग्रेस की जिम्मेदारी है।’’ ...
Jammu-Kashmir:साथ ही नगर निगमों और अन्य स्थानीय निकायों में आरक्षण प्रावधानों का आकलन करना है। इस अभूतपूर्व पहल का उद्देश्य जम्मू-कश्मीर में पंचायत और स्थानीय निकाय चुनावों में पहली बार ओबीसी आरक्षण लागू करना है। ...
न्यायमूर्ति ए. एस. चंदुरकर और न्यायमूर्ति वृषाली जोशी की खंडपीठ ने खैरुनिसा शेख चांद की याचिका की सुनवाई गुण-दोष के आधार पर करने का एकल पीठ को निर्देश दि ...
वास्तव में पश्चिम बंगाल का पंचायत चुनाव भयानक हिंसा के कारण ही सुर्खियों में रहा. हालांकि इसमें आश्चर्य की कोई बात नहीं. बंगाल का हर चुनाव भयानक हिंसा के कारण ही हमेशा चर्चा में रहता है. ...
West Bengal Panchayat Election Result 2023: तृणमूल ने 34,901 ग्राम पंचायत सीट जीत ली हैं, साथ ही उसके उम्मीदवार 613 सीट पर आगे है। ग्राम पंचायत की कुल 63,229 सीट के लिए चुनाव हुए हैं। ...