निपाह वायरस से होने वाला इन्फेक्शन जानवरों से इंसानों में फैलता है। यह वायरस जानवरों और इंसानों में गंभीर किस्म की बीमारी पैदा करता है। इस वायरस का प्रारंभिक स्रोत फल चूसने वाले चमगादड़ हैं। इस जानलेवा वायरस का कोई इलाज नहीं है। यह मनुष्यों और जानवरों दोनों के लिए जानलेवा बन सकता है। Read More
डॉक्टरों का कहना है कि केरल से जो फल दूसरे राज्यों में आ रहे हैं उन्हें खाने से बचना चाहिए. उत्तर भारत में ज्यादातर केले, केरल से आते हैं। ऐसे में इन्हें खाना मौजूदा हालात में सही नहीं है। ...
पिछले कुछ दिनों से केरल में निपाह वायरल ने आंतक मचा रखा है। केरल के कोझिकोड में सबसे पहले इसके मामले देखने में आए थे। जिसमें 14 लोगों की मौत हो गई थी। ...
केरल के कोझीकोड में निपाह विषाणु के चलते रविवार को एक और व्यक्ति की मृत्यु हो गई है। आज हुई मौत के बाद इस बीमारी के चलते मृतकों की संख्या बढ़कर 13 हो गई है। आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि जिले के पलाझी के रहने वाले 26 वर्षीय अबिन ने एक निजी अस्पताल में ...
इन दिनों देश में निपाह वायरस का खौफ मंडरा रहा है। केरल से सामने आए मामले के बाद अब हिमाचल प्रदेश में मरे हुए चमगादड़ों के मिलने से दहशत का माहौल है।मामले की गंभीरता को देखते हुए हिमाचल प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्रालय ने निपाह वायरस पर एडवायजरी जारी कर स ...