साल 2018 में मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने तय हुए हैं। यहां प्रमुख मुकाबला सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (कांग्रेस) में होगा। यहां कांग्रेस ने पहला कदम उठाते हुए वरिष्ठ नेता कमल नाथ को चुनाव प्रभारी बनाया है। Read More
अधिकतर जगहों पर पार्टियों के प्रत्याशी को अपनी दम पर ही चुनाव फेस करना मजबूरी बनती जा रही है क्योंकि संगठन के चेहरे और क्षेत्र के कार्यकर्ता हाथ खड़े कर रहे है. ...
भाजपा और कांग्रेस ने बागी प्रत्याशियों के कारण संभावित नुकसान को टालने के लिए डेमेज कंट्रोल प्रारंभ कर दिया है। खुद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान बागियों को मनाने के लिए संघ के साथ समन्वित कार्य योजना पर काम कर रहे हैं। ...
पत्नी से पिछड़ने वाले नेताओं में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी शामिल हैं, जिनकी पत्नी साधना सिंह की वार्षिक आय उनसे दोगुनी यानी 37 लाख के करीब है। ...
भोपाल की उत्तर विधानसभा सीट पर भाजपा को 1977 से लेकर अब तक हुए 9 विधानसभा चुनावों में केवल 1 बार जीत हासिल हुई है, जबकि कांग्रेस इस सीट पर 6 मर्तबा जीत हासिल कर चुकी है। ...
छत्तीसगढ़ चुनाव शाह रायपुर, भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने शनिवार को कहा कि छत्तीसगढ़ में रमन सिंह की सरकार ने राज्य को नक्सलवाद से "लगभग मुक्त" कर दिया है और इसे बिजली और सीमेंट उत्पादन के हब के रूप में विकसित किया है। ...
चलिए, चुनावी सियासत का शतरंज बिछ चुका है. चालें शुरू हो गई हैं. प्यादे मैदान में हैं. कौन किसको मात देगा, किसके सिर पर जीत का सेहरा बंधेगा, कौन वजीर बनेगा और सत्ता सिंहासन किसके पास होगा? यह सब 11 दिसंबर को मालूम चलेगा, लेकिन एक बात जरूर है कि राजनीत ...
मध्य प्रदेश के सियासी रण में हर कोई चुनाव लड़ने की चाहत में टिकट की उम्मीद लगाए बैठा था, लेकिन टिकट कटते ही अब नाराजगी का उबाल फूट पड़ा है, जिससे राजनीतिक पार्टियों में बवाल मचा हुआ है. नेता दल बदल रहे हैं, कुछ निर्दलीय मैदान में उतर गए.इस बीच टिकट ...