शरीर कई प्रकार कि कोशिकाओं से बना है। यह कोशिकाएं शरीर में बदलावों के कारण बढ़ती रहती हैं। जब ये कोशिकाएं अनियंत्रित तौर पर बढ़ती हैं और पूरे शरीर में फैल जाती हैं, तब यह शरीर के बाकि हिस्सों को अपना काम करने में दिक्कत देती हैं। जिससे उन हिस्सों पर कोशिकाओं का गुच्छा सौम्य गांठ या ट्यूमर बन जाता है। इस अवस्था को कैंसर कहते हैं। यही ट्यूमर घातक होता है और बढ़ता रहता है। कैंसर के विभिन्न प्रकार, सर्वाइकल कैंसर, ब्लैडर कैंसर, कोलोरेक्टल कैंसर, स्तन कैंसर, ब्रेन ट्यूमर, एसोफैगल कैंसर, पैंक्रियाटिक कैंसर, बोन कैंसर हैं। Read More
आपने स्मोकिंग छोड़ दी हो या अब भी स्मोकिंग करते हों, दोनों मामलों में फेफड़ों को नुकसान होना तय है। हालांकि आप खानेपीने की चीजों में बदलाव करके अपने फेफड़ों को स्वस्थ रख सकते हैं और जानलेवा फेफड़ों के कैंसर से खुद को बचा सकते हैं। ...
इस फल में पोटैशियम, विटामिन ए, सी, के, फास्फोरस, कैल्शियम, फाइबर, आयरन, राइबोफ्लेविन, कॉपर और ग्लूकोज जैसे पोषक तत्व होते हैं, जो शरीर के लिए जरूरी हैं। ...
इस पोषक तत्व के अधिक सेवन से आपको ब्लोटिंग, गैस, पेट भरा हुआ महसूस करना, पेट में ऐंठन, कब्ज या दस्त, डिहाइड्रेशन, पोषक तत्वों के अवशोषण में बाधा, वजन बढ़ना या कम होना, जी मिचलाना, आंतों की समस्याएं हो सकती हैं। ...
भले ही खजूर को सुपरफूड नहीं माना जाता है, लेकिन इससे सेहत को अनगिनत फायदे होते हैं। आयरन, फ्लोरिन, मिनरल्स, कैल्शियम, अमीनो एसिड, फॉस्फोरस और विटामिन्स जैसे जरूरी पोषक तत्वों से भरपूर ये फल कई गंभीर रोगों का इलाज है. ...
अध्ययन में पाया गया कि ‘सी लैम्प्रे’ के प्रतिरोधक तंत्र में पाए जाने वाले अणुओं को अन्य उपचारों के साथ मिलाया जा सकता है और इससे अन्य प्रकार के विकार जैसे मल्टीपल स्क्लेरोसिस, अल्जाइमर और स्ट्रोक का उपचार किया जा सकता है। ...
फ्रांस की सरकारी स्वास्थ्य निगरानी संस्थान ने इस सप्ताह कहा है कि एलईडी लाइट की ‘नीली रोशनी’ से आंख के रेटीना को नुकसान हो सकता है और प्राकृतिक रूप से सोने की प्रक्रिया बाधित हो सकती है। ...