सावधान! गलती से भी न खायें ऐसे चावल, धीरे-धीरे आप बन सकते हैं कैंसर, बवासीर, अल्सर का मरीज

By उस्मान | Published: May 16, 2019 03:45 PM2019-05-16T15:45:01+5:302019-05-16T18:48:27+5:30

भारत में अधिकतर लोग चावल खाना पसंद करते हैं। अगर आप भी चावल खाए बिना रह नहीं पाते हैं, तो यह मोह आपको बीमार कर सकता है।

tips for healthy eating: Plastic Rice side effect and Simple tips to identify Plastic Rice | सावधान! गलती से भी न खायें ऐसे चावल, धीरे-धीरे आप बन सकते हैं कैंसर, बवासीर, अल्सर का मरीज

फोटो- पिक्साबे

भारत में अधिकतर लोग चावल खाना पसंद करते हैं। अगर आप भी चावल खाए बिना रह नहीं पाते हैं, तो यह मोह आपको बीमार कर सकता है। देश में खाने-पीने की चीजों में मिलावट की खबरें आम हैं। सब्जी हो, मिठाई हो, दूध-दही हो या फिर अनाज सभी चीजों में मिलावट करके बेचा जाता है। आपको याद होगा कि दो साल पहले आंध्रप्रदेश, तेलंगाना, कर्नाटक, दिल्ली और उत्तराखंड सहित कई राज्यों में प्लास्टिक चावल को लेकर खूब बवाल हुआ था। 

संभव है कि आज भी बाजार में नकली चावल मिल रहे हों। सबसे बड़ी समस्या यह है कि असली और नकली चावल की पहचान करना आसान काम नहीं है। असली चावल के साथ मिलाकर बाजारों में बिकने वाला नकली यानि प्लास्ट‍िक का चावल, असली चावल में इस कदर मिल जाता है कि आप इसके रूप, रंग, आकार और यहां तक कि स्वाद में भी फर्क नहीं कर पाएंगे। इसलिए असली और नकली चावल की पहचान को समझना बहुत जरूरी है। 

नकली चावल से कैंसर का खतरा
डॉक्टर मानते हैं कि प्लास्टिक चावल के सेवन से इसका सीधा असर पेट में पड़ता है। इससे आपको पेट से जुड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इसके रोजाना सेवन करने से कैंसर भी हो सकता है। प्लास्टिक के चावल के तत्काल दुष्प्रभाव नहीं होते हैं, लेकिन अगर थोड़ी मात्रा में इसका सेवन किया जाए तो यह एंडोक्राइन सिस्टम को प्रभावित कर सकता है, जिससे हार्मोनल परिवर्तन होते हैं और इससे लीवर कैंसर भी हो सकता है। इसके अलावा नकली चावल को बड़ी आंत की कोशिकाएं अवशोषित नहीं कर पाती हैं जिससे कमजोर हो जाती हैं।

ऐसे करें असली और नकली चावल की पहचान 
- नकली चावल की पहचान करने के लिए थोड़े से चावल को जलाएं। 
- जलने पर प्लास्टिक की स्मेल आती है, तो आप समझ सकते हैं कि यह नकली हैं। 
- आप चाहे तो चावल का पानी को गाढ़ा कर उसे भी जलाकर देख सकते हैं। 

- एक बोतल में इन चावलों को दो से तीन दिन के लिए उबाल कर रख दें। 
- अगर इन चावलों पर फंगस नहीं लगता तो इसका मतलब है कि ये प्लास्टिक के हैं।
- अगर चावलों में फंगस लग जाती है, तो इसका मतलब चावल असली है।

- एक चम्मच चावल को एक गिलास पानी में डालें। 
- कुछ देर बाद अगर चावल ऊपर तैरने लगे तो समझ जाएं कि चावल नकली है
- एक कढ़ाई में तेल को बहुत तेज गर्म कर लें। 
- इसमें आधी मुट्ठी चावल डालें, अगर चावल प्लास्टिक से बने होंगे तो वो पिघलकर आपस में चिपक जाएंगे। 

English summary :
Doctors believe that the consumption of plastic rice falls directly into its stomach. It has to face problems related to your stomach. Eating it daily can also cause cancer. Plastic rice does not have immediate side effects


Web Title: tips for healthy eating: Plastic Rice side effect and Simple tips to identify Plastic Rice

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