बसंत पंचमी का त्योहार माघ माल के शुक्ल पक्ष की पंचमी को मनाया जाता है। इस दिन विशेष रूप से माता सरस्वती की पूजा की परंपरा है। साथ ही भगवान विष्णु की भी पूजा कई जगहों पर की जाती है। ये बसंत ऋतु के आगमन का भी प्रतीक है। उत्तर भारत में इस दिन पीले वस्त्र पहने की भी परंपरा है। Read More
Basant Ritu: वसंत ऋतु समग्रता और पूर्णता का प्रतीक होती है जिसमें विकासमान प्रकृति कुसुमित, प्रफुल्लित, प्रमुदित रूप में सजती-संवरती है. महाकवि कालिदास के शब्दों में, इस ऋतु में सबकुछ प्रिय हो उठता है : सर्वम् प्रिये चारुतर वसंते (ऋतु संहार, 6,2 ). ...
Basant Panchami 2025: मथुरा, वृंदावन, बरसाना, नंदगांव, गोकुल, बलदेव आदि तीर्थस्थलों पर विभिन्न आयोजनों को लेकर वहां बुनियादी सुविधाएं दुरूस्त की जा रही हैं। ...
Basant Panchami 2025: इस साल, बसंत पंचमी 3 फरवरी को पड़ रही है, जब दुनिया भर के हिंदू त्योहार मनाएंगे और सरस्वती पूजा करेंगे। उत्सव सुंदर वसंत ऋतु के आगमन का भी संकेत देते हैं। ...