आर्टिकल 370 के प्रावधान के तहत जम्मू कश्मीर को विशेषाधिकार दिए जाते हैं। इसके अनुसार भारतीय संसद द्वारा पारित कोई भी प्रस्ताव, नियम या नीति में बदलाव जम्मू कश्मीर पर लागू नहीं होता। जम्मू कश्मीर राज्य का अपना संविधान और झंडा है। देश में घोषित आपातकाल या आर्थिक आपातकाल कश्मीर में लागू नहीं होता। भारत की संसद जम्मू कश्मीर की विधानसभा भंग नहीं कर सकती। अनुसूचित जाति और अनिसूचित जनजाति सम्बंधी नियम जम्मू कश्मीर में लागू नहीं होते। Read More
J&K Assembly Session: अनुच्छेद 370 के तहत मिले अधिकारों की बहाली की मांग को लेकर आज पारित किए गए प्रस्ताव में कहा गया है कि जम्मू कश्मीर को प्राप्त विशेष दर्जे तथा संवैधानिक गारंटी, जिस कारण जम्मू कश्मीर की जनता सुरक्षित महसूस करती थी को हटा दिए जा ...
जम्मू और कश्मीर में इस साल जम्मू-कश्मीर रियासत के अंतिम डोगरा शासक महाराजा हरि सिंह की 130वीं जयंती 23 सितंबर को उत्साह के साथ मनाई गई। इससे पहले राज्य में आर्टिकल 370 के कारण लंबे समय तक महाराजा हरि सिंह की विरासत का उत्सव सार्वजनिक रूप से नहीं मना ...
WATCH: 'नया कश्मीर' विकास के प्रति आग्रही बनकर तेजी के साथ आगे बढ़ रहा है। यहां की जनता-जनार्दन कांग्रेस, नेशनल कॉन्फ्रेंस और पीडीपी जैसे 'तिकड़मबाजों की तिकड़ी' को विदा करने का संकल्प ले चुकी है। ...
Jammu Kashmir Election: जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव को लेकर गृहमंत्री अमित शाह ने किश्तवाड़ में जनसभा की। एक सार्वजनिक रैली को संबोधित करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि NC और कांग्रेस कहती है कि अगर उनकी सरकार बनी तो वे अनुच्छेद 37 ...
J-K Assembly Elections 2024: अनुच्छेद 370 और 35A पर बहस को फिर से हवा देकर, कांग्रेस पार्टी चुनावी लाभ के लिए क्षेत्र में कड़ी मेहनत से हासिल की गई शांति और स्थिरता को जोखिम में डालकर आग से खेल रही है। ...
JK Assembly Elections 2024: मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी ने श्रीनगर में नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला और उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला से मुलाकात की। ...