दूरदर्शन सहित स्टार प्लस, कलर्स, जी टीवी सहित कई टीवी चैनल के लिए लंबे सीरियल चलाना अब जैसे एक मजबूरी हो गई है। इनमें सोनी ही एकमात्र ऐसा चैनल है, जिसे बदकिस्मती से लंबे सीरियल न के बराबर मिलते हैं। वरना बाकी चैनल ने अपने पास ऐसे एक या दो शो जमा कर रखे हैं। स्टार प्लस के पास इश्कबाज, ये है मोहब्बतें, ये रिश्ता क्या कहलाता है, कलर्स का शक्ति, उड़ान, जी टीवी के पास कुमकुम भाग्य, जिंंदगी की महक जैसे कई ऐसे शो हैं, जो लंबे दौर से चल रहे हैं। सोनी जैसे कई चैनल इस मामले में अभागे हैं कि उनके पास ऐसे सीरियल का बहुत अभाव है। वह हासिल, एक दीवाना था जैसे किसी सीरियल पर जब भी कोई लंबा दांव लगाता है, उसे भरपूर हताशा ही हाथ लगती है।
पिछले दिनों हासिल और दीवाना को लंबे रेस का घोड़ा बनाने के लिए सोनी ने अपना सारा तंत्र झोंक दिया था। पर हुआ क्या लाख चाहने पर भी इन शो ने छह माह में ही दम तोड़ दिया। असल में लंबे शो में आपको एक बड़ा लाभ यह मिलता है कि इनके चलते नए सेट-अप लगाने की आपको बार-बार जरूरत नहीं पड़ती है। इसलिए भी एक औसत टीआरपी वाले एक लांग रन के सीरियल को चैनलवाले ज्यादा तवज्जो देते हैं। यह एक तरह से चैनल वालों के लिए बहुत सेफ साइड गेम होता है। वरना नए सेटवाले डेली शो का सही भविष्य छह माह बाह बाद ही खुलकर सामने आता है।
अलाउद्दीन की वापसी
अलाउद्दीन और उसके जादुई चिराग पर ढेरों कहानियां मशहूर हैं। इसलिए गाहे-बगाहे इस सब्जेक्ट पर हमेशा सेल्युलायड की नजर रही है। जल्द ही चैनल टीवी इसी विषय पर अलाउद्दीन-नाम तो सुना होगा नामक कॉमेडी शो लानेवाला है। साफ है कि इसमें भी अलाउद्दीन की कुछ पुरानी कहानियों को नए रंग में दिखाया जाएगा। अलाउद्दीन की बीवी का रोल करनेवाली अभिनेत्री अवनीत कौर को यह बड़ा मौका मिला है। पूर्व में कई सीरयल में बतौर बाल कलाकार काम कर चुकी अवनीत अलाउद्दीन को अपने करियर के लिए एक टर्निग पॉइंट मानती है।
इसमें अलाउद्दीन और उनकी पत्नी दोनों को ही बहुत कम उम्र की दिखाया गया है। नवनीत बताती है, ‘यह फंतासी सीरयल है। इसमें दो प्रमुख किरदारों को बिल्कुल अलग रूप में देखना वाकई में दर्शकों के लिए एक रोचक अनुभव होगा।
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जज्बात के राजीव
इधर राजीव खंडेलवाल जी टीवी के चैट शो जज्बात -संगीन से नमकीन तक को बिल्कुल जुदा अंदाज में होस्ट करते हए नजर आ रहे हैं। राजीव एक अच्छे अभिनेता हैं। मगर हल्के-फुल्के चालू टाइप के डेली सोप में उन्होंने अपने आपको कभी नहीं झोंका। इसके बदले कुछ गंभीर टाइप के चैट शो के एंकर या होस्ट के तौर पर नजर आना उन्हें ज्यादा अच्छा लगता है। उनके इस तेवर को स्टार प्लस के शो सच का सामना के दोनों सीजन में दर्शक बहुत अच्छी तरह से देख चुके हैं। पर इस बार चैट शो जज्बात में उनका अदाज थोड़ा लाइट नजर आ रहा है।
इसके हर एपिसोड में वह टीवी जगत के सेलेब्रिट से बहुत अच्छी गुफ्तगू करते हैं। राजीव कहते हैं, ‘‘मैं टॉक शो के मूड को देखकर अपना अंदाज बदलता हूं। चैट शो जज्बात में मैं बहुत हल्की-फुल्की बातचीत करता हूं, ताकि दर्शकों का मूड बहुत लाइट बना रहे। मकसद सिर्फ एक ही है, कुछ ऐसी बातें करें, जिससे दर्शकों का मनोरंजन हो।’
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‘बेपनाह’ में पिट गए
अभी कुछ माह पहले कलर्स ने डेली सोप बेपनाह को बहुत उम्मीद के साथ पेश किया था। मगर तीन-चार माह मे ही इसका खस्ताहाल हो गया है। असल में अभिनेत्री जेनिफर विंगेट के एक और अहम सीरियल बेपनाह की हालत भी उनके पिछले डेली सोप बेहद जैसी हो गई। अब कलर्स से इस बात के स्पष्ट संकेत मिले हैं कि जल्द इसकी विदाई भी हो जाएगी। इसके लिए ज्यादातर आलोचक जेनिफर विंगेट को ही दोषी मानते हैं। उनके मताबिक दर्शक जेनिफर को इतनी दबी-कुचली नहीं देखना चाहते हैं। हर एपिसोड में जेनिफर का बुझा-बुझा अभिनय बहुत बोर करता है।
लेखक तो इस शो से पहले ही कई हफ्ते पहले गायब हो चुका है, अब निर्देशक भी कहीं गायब होता नजर आता है। कुल मिलाकर इन दिनों बिना लेखक और निर्देशक के यह सीरियल राम भरोसे चल रहा है। जाहिर है, ऐसे सीरियल की विदाई तो होगी ही।