हैदराबाद:तेलंगाना के हैदराबाद में बुर्का पहनने को लेकर विवाद सामने आया है। खबर है कि हैदराबाद में परीक्षा देने गई कुछ छात्राओं को कॉलेज में सिर्फ इसलिए प्रवेश नहीं दिया गया क्योंकि उन्होंने बुर्का पहना हुआ था।
इस घटना को लेकर जमकर विवाद हो रहा है। कॉलेज के बाहर खड़ी छात्राओं का कॉलेज द्वारा इस रोक पर प्रतिक्रिया भी सामने आई है जो सोशल मीडिया पर अब तेजी से वायरल हो रहा है।
छात्राओं का आरोप है कि उन्हें परीक्षा देने से पहले बुर्का उतारने के लिए मजबूर किया गया। इसके खिलाफ आपत्ति जताते हुए छात्राओं ने विरोध प्रदर्शन किया है। लड़कियों को संतोष नगर स्थित केवी रंगा रेड्डी डिग्री कॉलेज में इंटरमीडिएट सप्लीमेंट्री परीक्षा देनी थी।
गौरतलब है कि छात्राओं का आरोप है कि अन्य परीक्षा केंद्रों पर बुर्का उतारना अनिवार्य नहीं है लेकिन यहां अधिकारियों ने परीक्षा शुरू होने से पहले ही उन्हें प्रवेश देने से मना कर दिया।
कॉलेज के प्रवेश द्वार पर तैनात सुरक्षा कर्मचारियों ने बुर्का पहने उम्मीदवारों को प्रवेश से मना कर दिया, जिसके परिणामस्वरूप छात्रों और अभिभावकों में आक्रोश फैल गया।
छात्राओं का आरोप है कि परीक्षा हॉल में जाने से पहले उन्हें बुर्का उतारने के लिए मजबूर किया गया। एक छात्रा ने कहा, "हमें पुरुषों के सुरक्षा कर्मचारियों के सामने बुर्का हटाने के लिए मजबूर किया गया, हमारे अनुरोध के बावजूद कॉलेज प्रबंधन ने इसे हटाने के लिए कुछ समय देने की उनकी दलील पर विचार नहीं किया।"
राज्य गृह मंत्री ने दी प्रतिक्रिया
बताया जा रहा है कि घटना बीते शुक्रवार की है जिस पर विवाद काफी बढ़ गया है। बुर्का विवाद पर प्रतिक्रिया देते हुए तेलंगाना के गृह मंत्री मोहम्मद महमूद अली अपने बयान से एक नए विवाद को जन्म दे दिया।
उन्होंने कहा कि महिलाओं को जितना हो सके खुद को ढंकना चाहिए। जब उनसे केवी रंगा रेड्डी कॉलेज में हुई घटना के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि अगर महिलाएं छोटे कपड़े पहनती हैं तो समस्या होती है।
राज्य गृह मंत्री ने कहा कि हमारी नीति बिल्कुल धर्मनिरपेक्ष नीति है। हर किसी को अपनी इच्छानुसार पहनने का अधिकार है। लेकिन, किसी को हिंदू या इस्लामी प्रथाओं के अनुसार पोशाक पहनने का अभ्यास करना चाहिए और यूरोपीय संस्कृति का पालन नहीं करना चाहिए।
हमें अपनी पोशाक संस्कृति का सम्मान करना चाहिए। विशेष रूप से, महिलाओं को चाहिए। उन्होंने कहा कि छोटे कपड़े न पहनें और उन्हें जितना हो सके खुद को ढंकना चाहिए।
उन्होंने कहा, "हम इस मुद्दे को देखेंगे और उसके अनुसार कार्रवाई करेंगे।" रंगा रेड्डी महिला डिग्री कॉलेज की कुछ छात्राओं ने शुक्रवार को उर्दू माध्यम डिग्री परीक्षा लिखने के लिए बुर्का पहनकर परीक्षा केंद्र में प्रवेश किया।
परीक्षा केंद्र के कर्मचारियों ने छात्रों को परीक्षा हॉल में प्रवेश करने से पहले बुर्का उतारने का निर्देश दिया। छात्रों ने कहा कि उन्हें करीब आधे घंटे तक परीक्षा हॉल में जाने से रोक दिया गया। आखिर में उन्हें परीक्षा देने के लिए बुर्का उतारना पड़ा।