नई दिल्लीः ट्विटर के सह-संस्थापक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी जैक डॉर्सी ने 29 नवंबर को अपने पद से इस्तीफा दे दिया। कंपनी के बोर्ड ने सर्वसम्मति से कंपनी के मुख्य प्रौद्योगिकी अधिकारी पराग अग्रवाल को अपना उत्तराधिकारी नियुक्त किया है।
भारतीय मूल के अधिकारी पराग अग्रवाल आईआईटी मुंबई से स्नातक हैं। 45 वर्षीय निवर्तमान सीईओ ने अपने उत्तराधिकारी अग्रवाल में विश्वास व्यक्त किया, जो 2011 में ट्विटर से जुड़े थे और 2017 में कंपनी के सीटीओ के रूप में नियुक्त हुए थे। ट्विटर के शेयर में 11 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
प्रमुख सोशल मीडिया कंपनी ने यह घोषणा की है। अग्रवाल इस समय ट्विटर के मुख्य प्रौद्योगिकी अधिकारी (सीटीओ) हैं। डॉर्सी 2022 में अपना कार्यकाल पूरा होने तक निदेशक मंडल में बने रहेंगे। अग्रवाल ने ट्विटर लिखा कि वह अपनी नियुक्ति को लेकर काफी सम्मानित महसूस कर रहे हैं एवं खुश हैं और उन्होंने डॉर्सी के ‘‘निरंतर मार्गदर्शन एवं दोस्ती’’ के लिए उनका आभार व्यक्त किया।
जैक डॉर्सी का इस्तीफा का इस्तीफा तुरंत प्रभाव से लागू होगा। हालांकि, वह एक सुचारू परिवर्तन के लिए मई 2022 तक बोर्ड के सदस्य बने रहेंगे। डॉर्सी ने एक बयान में कहा, "मैंने ट्विटर छोड़ने का फैसला किया है क्योंकि मेरा मानना है कि कंपनी अपने संस्थापकों से आगे बढ़ने के लिए तैयार है।"
आईआईटी-बंबई और स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी के पूर्व छात्र अग्रवाल 2011 से ट्विटर में काम कर रहे हैं और 2017 से कंपनी के सीटीओ हैं। जब वह कंपनी में शामिल हुए थे तब उसके कर्मचारियों की संख्या 1,000 से भी कम थी। डॉर्सी ने अपने ट्विटर पेज पर डाले एक पत्र में लिखा कि वह कंपनी छोड़ने को लेकर ‘काफी दुखी लेकिन काफी खुश भी हैं’ और यह उनका अपना फैसला है।
इससे पहले डॉर्सी के पद छोड़ने की खबर के बाद ट्विटर के शेयरों में उछाल आ गया। सीएनबीसी ने अपनी खबर में कहा था कि डॉर्सी जल्द ही पद छोड़ सकते हैं। उसने अज्ञात सूत्रों के हवाले से यह खबर दी थी। डॉ’र्सी ने रविवार को ट्विटर पर लिखा था, "मुझे ट्विटर बहुत प्रिय हैं।"
डॉर्सी स्क्वॉयर नाम की एक दूसरी कंपनी के भी शीर्ष कार्यकारी हैं। उन्होंने इस वित्तीय भुगतान सेवा प्रदाता कंपनी की स्थापना की थी। कुछ बड़े निवेशकों ने खुलकर यह सवाल उठाया था कि डॉर्सी कैसे कारगर तरीके से दोनों ही कंपनियों का नेतृत्व कर सकते हैं।
ट्विटर को हाल ही में राजनेताओं की कुछ आलोचनाओं का सामना करना पड़ा है। पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प को ट्विटर से प्रतिबंधित कर दिया गया था। ट्रंप ने जुलाई में कथित सेंसरशिप के लिए फेसबुक और यूट्यूब के साथ कंपनी पर मुकदमा दायर किया था।