गूगल फॉर इंडिया के छठें संस्करण कार्यक्रम के तहत संचार मंत्री रविशंकर प्रसाद और मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक के साथ गूगल सीईओ सुंदर पिचाई ने डिजिटल इंडिया के विभिन्न प्लेटफार्म पर बात की। पिचाई ने कहा कि हर भारतीय तक उनकी ही भाषा में सस्ती सूचनाएं सुलभ करवाएंगे।
गूगल भारत की जरूरत के मुताबिक नए उत्पाद और सेवाओं का निर्माण करने और कारोबारियों को डिजिटल बदलाव के लिए सशक्त करना, स्वास्थ्य, शिक्षा व कृषि जैसे क्षेत्रों में सामाजिक भलाई के लिए कृत्रिम मेधा और प्रौद्योगिकी लाभ पहुंचाना मकसद है।
युवाओं को रोजगारगूगल अधिकारियों ने बताया कि सितंबर 2019 से अब तक दो मिलियन युवाओं को रोजगार से जोड़ा गया है। नौकरी चाहने वाले और नियोक्ता की दूरियों को कम करने पर काम जारी है।
गूगल पे के जरिए लेनदेनगूगल का कहना है कि हमारी कोशिश है कि कंपनी, बिजनेस में नकदी की बजाय गूगल पे के माध्यम से पूरा लेनदेन डिजिटल हो। डिजिटल लेनदेन को सुरक्षित करने के उपायों पर काम हो रहा है। प्रसार भारती के साथ मिलकर बिजनेस को डिजिटल ले जाने वाले सफल बिजनेस की कहानी लर्निंग सिरीज में शामिल की जाएगी।
पिचाई का कहना है कि कोविड-19 के चलते दुनिया समेत भारतीय शिक्षा में बदलाव आया है। घर बैठे छात्रों को ऑनलाइन क्लासरूम से जोड़ने के लिए शिक्षकों की ट्रेनिंग जरूरी है। इसी के तहत सीबीएसई, स्किल एजुकेशन और ट्रेनिंग में गूगल इंडिया पार्टनर बना है। देशभर के 22 हजार स्कूलों में ऑनलाइन लर्निंग पर काम हो रहा है। कैवल्य एजुकेशन फाउंडेशन को एक मिलियन की रकम दी जाएगी। इसमें सात लाख शिक्षकों को वर्चुअल ट्रेनिंग होगी।