नई दिल्ली, 25 जून: मुकेश अंबानी की स्वामित्व कंपनी रिलायंस जियो ने 2016 में टेलीकॉम सेक्टर में कदम रखा था। जियो के मार्केट में कदम रखते ही टेलीकॉम कंपनियों में टैरिफ प्लान को लेकर जंग शुरू हो गई थी। कंपनी ने काफी सस्ती कीमत पर यूजर्स को डेटा और कॉलिंग की सुविधा उपलब्ध कराई थी। वहीं, कंपनी ने इतने कम समय में अपने मार्केट शेयर को 20 प्रतिशत तक कर लिया और ग्राहकों की हिस्सेदारी के मामले में भी यह 15.8 प्रतिशत तक पहुंच गई।
Reliance Jio के ग्राहकों की संख्या में लगातार बढ़त हो रही है। वहीं इतने कम समय में ही कंपनी ने रेवेन्यू के मामले में आदित्य बिड़ला ग्रुप की कंपनी Idea को पीछे छोड़ते हुए तीसरे नंबर पहुंच चुकी है। इसी के साथ ही Jio अब कम कीमत में बेहतर प्लान की स्ट्रैटेजी के साथ देश की दूसरी बड़ी कंपनी Vodafone को भी पीछे छोड़ने की तैयारी में है।
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सस्ती कीमतों में ज्यादा लाभ देने के अलावा भी कई ऐसे कारण हैं जिनके चलते Jio ने अपने प्रतिद्वदी कंपनियों की नींद उड़ा दी है। बैंक ऑफ अमेरिका मेरिल लिंच के मुताबिक जियो के चलते मोबाइल अब मास एंटरटेनमेंट डिवाइस बन चुका है। ब्लूमबर्ग में प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक जियो के आधे से ज्यादा कस्टमर लाइव टेलिविजन देखने के लिए इंटरनेट कनेक्शन का इस्तेमाल करते हैं।
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कंपनी के जियो टीवी और जियो सिनेमा जैसे ग्राहकों के लिए एक ही जगह पर कई तरह के मनोरंजन का साधन बन चुके हैं। इसके लिए उन्हें अलग से कोई ऐप डाउनलोड करने और तमाम तरह की सर्फिंग और सर्चिंग की जरूरत नहीं पड़ती। सितंबर 2016 में जियो की शुरुआत के बाद से देश में डेटा के इस्तेमाल में तेजी से इजाफा हुआ है।