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पेगासस स्पाइवेयर की आपके फोन में भी हो जाए घुसपैठ तो क्या करें, जानिए

By विनीत कुमार | Updated: July 20, 2021 07:55 IST

पेगासस इतना खतरनाक साबित है कि इसे बेहद गुप्त तरीके से किसी के भी फोन में इंस्टॉल कराया जा सकता है। इसकी भनक उस शख्स को भी नहीं लगती कि उसे उसी के फोन की मदद से कोई ट्रैक हो रहा है।

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ठळक मुद्देपेगासस स्पाईवेयर पर मचा है देश में हंगामा, 300 भारतीयों की जासूसी का आरोपपेगासस को सर्वश्रेष्ठ ऐसी तकनीक माना जाता है जिससे किसी के भी फोन को हैक किया जा सकता हैपेगासस चुपके से आपके फोन के कैमरे, माइक्रोफोन आदि को एक्टिवेट कर देता है और फिर आप पर नजर रखी जाती है

Pegasus Spyware: पेगासस स्पाईवेयर विवाद को लेकर पूरे देश में हंगामा मचा है। भारत में कई पत्रकारों, नेताओं, मंत्रियों समेत कई लोगों की जासूसी करने के दावे संबंधी मीडिया रिपोर्ट के आने के बाद विपक्ष सरकार पर हमलावर है। 

हालांकि, सरकार की ओर कहा गया है कि यह रिपोर्ट लोकतंत्र को बदनाम करने की साजिश है। इन सबसे बीच सवाल है कि अगर आपका भी फोन पेगासस की जद में आ गया हो तो क्या करें। साथ ही क्यों ये इतना खतरनाक माना है? आइए जानते हैं।

फोन में पेगासस की हो जाए घुसपैठ तो क्या करें?

पेगासस को दुनिया में सर्वश्रेष्ठ ऐसी तकनीक माना जाता है जिससे किसी के भी फोन को हैक किया जा सकता है और फिर उस शख्स की हर हरकत पर नजर रखा जा सकता है। ऐसे में अगर आपको भी ऐसा लगता है कि आपको कोई ट्रैक कर रहा है या आपके फोन में किसी और की घुसपैठ है तो इससे बचने का एक ही तरीका है।

जानकारों के अनुसार ये एकमात्र तरीका अपने फोन को खत्म कर देना और नया नंबर हासिल कर लेना है। पेगासस अगर आपके स्मार्टफोन में दाखिल हो गया है तो दुनिया में अभी कोई ऐसी प्रमाणित सॉफ्टवेयर नहीं है जो इसे ब्लॉक कर सके।

केवल सिम बदलने से नहीं मिलेगी कोई मदद

अगर आप केवल सिम बदलकर अपना नंबर भी बदलते हैं और पुराने फोन का इस्तेमाल जारी रखते हैं, तो भी फोन के अंदर से पेगासस अपना काम जारी रख सकता है। फैक्ट्री रिसेटिंग से कुछ मदद मिल सकती है लेकिन पुराने फोन को खत्म कर देना ही सबसे बेहतर तरीका है।

ऐसा इसलिए क्योंकि अगर आपके फोन में बैट्री है तो ये आसानी से आपके फोन के कैमरे, माइक्रोफोन को एक्टिवेट कर सकता है और यहां तक कि आपकी लोकेशन, एसएमस सहित कई चीजों को ट्रैक कर सकता है। अहम बात ये भी है कि पेगासस हर तरह की डिवाइस जैसे एंड्रॉयड, आइओएस, विंडोज फोन, ब्लैकबेरी, सिंबियन और यहां तक कि टाइजन पर भी काम करता है।

पेगासस दूसरों की जासूसी करने वालों के लिए कितना मददगार साबित हो सकता है, इस बात का अंदाजा आप इस बात से भी लगा सकते हैं कि इसे ऑपरेट करने वाले काम हो जाने के बाद दूर से ही इसे आपके फोन से डिलीट भी कर सकते हैं।

पेगासस से बचने का एक तरीका ये भी हो सकता है कि आप अलग-अलग हैंडसेट और नंबर का इस्तेमाल करें और अपने कॉन्टैक्ट नंबर और चैट को भी इसमें बांट दें। हालांकि, ये भी एक बचाव का बहुत बुनियादी तरीका हो सकता है। कुल मिलाकर सबसे अच्छा तरीका अपने फोन को बदलना ही हो सकता है।

क्यों खतरनाक है पेगासस

पेगासस इसलिए खतरनाक माना जाता है क्योंकि इसे किसी के भी फोन में बेहद गुप्त तरीके से इंस्टॉल किया जा सकता है। इसके इंस्टॉल होने के बाद इसके शिकार शख्स को भी इस बारे में कोई भनक नहीं लगती।

पेगासस को फोन में इंस्टॉल करने का सबसे लोकप्रिय तरीका पिशिंग मैसेज (Phishing Message) भेजना है। पेगासस को तब भी इंस्टॉल किया जा सकता है अगर शख्स के नंबर की जानकारी नहीं है। ऐसे मामलों में बेस ट्रांसरिसिवर स्टेशन (बीटीएस) के जरिए नंबर का पता लगाया जाता है और इसे गुप्त तरीके से उस शख्स के फोन में इंस्टॉल किया जा सकता है।

टॅग्स :पेगासस स्पाईवेयर
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