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सरकार ने व्हाट्सऐप यूजर्स के लिए जारी की चेतावनी: 9 बातें जो आपको जरूर जाननी चाहिए

By जोयिता भट्टाचार्या | Updated: November 19, 2019 11:20 IST

इस वायरस के बारे में फेसबुक (Facebook) ने भी पिछले हफ्ते व्हाट्सऐप (WhatsApp) को सुरक्षा कारणों को लेकर चेतावनी दी थी। फेसबुक ने कहा कि व्हाट्सऐप में "स्टक बेस्ड बफर ऑवरफ्लों" पर हमला हो सकता है, जो हैकर खास तौर पर व्हाट्सऐप यूजर्स को MP4 फाइल के जरिए उनके डिवाइस में भेजता है।

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ठळक मुद्देसुरक्षा एजेंसी ने यूजर्स को तुरंत व्हाट्सऐप के लेटेस्ट वर्जन को डाउनलोड करने की सलाह दी हैहैकर व्हाट्सऐप सिक्योरिटी में मालवेयर के जरिए यूजर्स के डिवाइस से फाइल्स चोरी कर सकता है

भारत की कंप्यूटर एमरजेंसी रिस्पॉन्स टीम (CERT-In) ने  व्हाट्सऐप यूजर्स को सावधान रहने को कहा है। सीईआरटी ने कहा है कि भारत में नए वायरस के आने के बाद हैकरों द्वारा आसानी से कम्प्यूटर और स्मार्टफोन को हैक किया जा सकता है।

इस वायरस के बारे में फेसबुक (Facebook) ने भी पिछले हफ्ते व्हाट्सऐप (WhatsApp) को सुरक्षा कारणों को लेकर चेतावनी दी थी। फेसबुक ने कहा कि व्हाट्सऐप में "स्टक बेस्ड बफर ऑवरफ्लों" पर हमला हो सकता है, जो हैकर खास तौर पर व्हाट्सऐप यूजर्स को MP4 फाइल के जरिए उनके डिवाइस में भेजता है।

हम आपको बता रहे हैं कि सीईआरटी ने व्हाट्सऐप से जुड़ी क्या चेतावनी दी है...

1- सुरक्षा की कमी के कारण हैकर आसानी से MP4 फाइल के जरिए व्हाट्सऐप में घुस सकते हैं।

2- क्या होता है MP4?

MP4 फाइल एक्सटेंशन एक प्रकार का फाइस फॉर्मेट होता है, जो वीडियोज, ऑडियो और सबटाइटल्स जैसे फॉर्मेट में आते हैं।

3- इस तरह के वायरस को व्हाट्सऐप यूजर्स की तरफ से किसी भी तरह की ऑथेंटिकेशन की जरूरत नहीं होती है। जब किसी तरह की हानिकारक फाइल यूजर्स के डिवाइस से डाउनलोड की जाती है, तब यह वायरस आता है।

4- इस तरह के वायरस हैकर को यूजर के व्हाट्सऐप को चोरी छिपे इस्तेमाल करने की अनुमति देता है।

5- हैकर व्हाट्सऐप सिक्योरिटी में मालवेयर के जरिए यूजर्स के डिवाइस से फाइल्स चोरी कर सकता है। जिसके बाद वो फाइल्स का इस्तेमाल जासूसी के लिए भी कर सकता है।

6- हैकर दूर से ही यूजर्स के डिवाइस को रिमोट के जरिए नियंत्रित कर सकता है। रिमोट कोड एक्सिक्यूशन (RCE)एक प्रकार का कोड होता है। जिसके जरिए हैकर किसी के भी डिवाइस में घुस सकता है और दूर से ही उसमें बदलाव कर सकता है।

7- डिवाइस जियोग्राफिकली कही भी स्थित हो सकता है।

8- व्हाट्सऐप यूजर्स को क्या करना चाहिए?

इंडियन कम्प्यूटर एमरजेंसी रिस्पॉन्स टीम (CERT-In)ने यूजर्स को WhatsApp के नए वर्जन को अपग्रेड करने की सलाह दी है।

9- सुरक्षा एजेंसी ने यूजर्स को तुरंत व्हाट्सऐप के लेटेस्ट वर्जन को डाउनलोड करने की सलाह दी है। नए वर्जन में इस तरह की खाम को दूर कर दिया गया है।

व्हाट्सऐप ने इस समस्या को ठीक करने के लिए नया सिक्योरिटी पैच रिलीज किया है। फिलहाल सोशल मीडिया कंपनी ने इस हैकिंग से जुड़ी अधिक जानकारी को शेयर नहीं किया है।

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