फर्जी मैसेज, इमेज और वीडियो इतने खतरनाक होते हैं कि इन्हीं को सच मानकर कई बार तो दंगे तक हो चुके हैं। इन फर्जी मैसेज और वीडियो को रोक न पाने के चलते कई बार गूगल, फेसबुक, व्हाट्सएप जैसे बड़े प्लेटफॉर्म पर सवाल भी उठे हैं। अब फर्जी इमेज और वीडियो पर रोक लगाने के लिए गूगल ने खास पहल शुरू की है।
गूगल ने फर्जी फोटो और वीडियो की पहचान के लिए इमेज सर्च टूल शुरू किया गया है। फेक इमेज (फर्जी तस्वीरों) की पहचान के लिए एक नया फैक्ट चेक मार्कर भी जोड़ा गया है, जो गूगल सर्च रिजल्ट वाली इमेज के साथ दिखेगा।
यह टूल फर्जी फोटो की पहचान करके उनकी लेबलिंग करेगा। यह लेबल इमेज और वीडियो के वेब पेज के नीचे दिखेगा। फैक्ट चेक में इमेज सोर्स से लेकर कई जानकारी मिलेंगी।
हर दिन मिलियन से अधिक होती है फैक्ट जांच गूगल के प्रॉडक्ट मैनेजर Harris Cohen के मुताबिक दुनियाभर में जानकारी का अहम सोर्स फोटो और वीडियो को माना जाता हैं। यही वजह है कि कई बार गलत फोटो और वीडियो की वजह से लोगों को नुकसान झेलना पड़ता है। गूगल का कहना है कि सर्च रिजल्ट के फैक्ट की जांच हर दिन 11 मिलियन से अधिक बार होती है।
ऐसे करें इस्तेमाल गूगल पर इमेज सर्च करने पर फोटो के नीचे एक फैक्ट चेक लेबल दिखेगा, जो फोटो के नीचे थंबनेल के तौर पर दिखेगा। जब आप फोटो को लार्ज फॉरमेट में देखेंगे, तो वेब पेज के नीचे साइज एक फैक्ट चेक लेबल नजर आएगा।