Vastu Tips: घर की मंदिर में भूलकर भी ना रखें ये 7 चीजें, होता है अपशगुन
By मेघना वर्मा | Published: November 28, 2019 03:57 PM2019-11-28T15:57:14+5:302019-11-28T15:57:14+5:30
वास्तु के हिसाब से घर की मंदिर को सजाने में हमें कुछ गलतियां नहीं करनी चाहिए। इससे अपशगुन या अशुभ माना जाता है।
हर व्यक्ति अपनी क्षमता के अनुसार अपने घर की मंदिर को सजाता है। रोज सुबह मंदिर में रखे देवी-देवता की पूजा करके अपने सभी कष्टों को उनके सामने रखता है। कुछ घरों में छोटी मंदिर बनवायी जाती है तो कुछ घरों में बड़ी मगर मंदिर में रखने वाली चीजों पर कुछ ध्यान देना जरूरी है।
वास्तु के हिसाब से घर की मंदिर को सजाने में हमें कुछ गलतियां नहीं करनी चाहिए। इससे अपशगुन या अशुभ माना जाता है। आज हम आपको कुछ ऐसे ही टिप्स देने जा रहे हैं जिन्हें घर की मंदिर को सजाते समय आपको ध्यान में रखना चाहिए।
घर की मंदिर की सजावट में ध्यान रखें ये बातें
1. घर की मंदिर में हर एक भगवान कि सिर्फ एक ही प्रतिमा या तस्वीर होनी चाहिए। खासकर प्रथम पूजनीय श्री गणेश की प्रतिमा सिर्फ एक ही होनी चाहिए। एक से ज्यादा प्रतिमा होना अशुभ बताया जाता है।
2. अगर आपने अपने पूजा घर में शंख रखा है तो ध्यान दें कि शंख हमेशा एक ही होना चाहिए। साथ ही शंख कहीं से भी टूटा या चटखा नहीं होना चाहिए। अगर आपका शंख दोमुंहा है तब भी आप उसे मंदिर से हटा दें।
3. बहुत से लोग अपने घर की मंदिर में शिवलिंग की स्थापना करते हैं। याद रखें घर की मंदिर में कभी भी बड़े से शिवलिंग ना रखें। सिर्फ अंगूठे के माप का ही शिवलिंग स्थापित करें जिसकी नियमित रूप से पूजा अवश्य करें।
4. किसी भी तरह के खंडित सामान को फिर चाहे वो भगवान की प्रतिमा हो या पूजा का कोई अन्य समान। खंडित किसी भी सामान को बाहर निकाल फेंके। खंडित कोई भी समान से ना तो भगवान की पूजा करना चाहिए और ना ही खंडित चीजों को मंदिर में रखना चाहिए।
5. पूजा करते समय ध्यान रखें की आपका दीया ना बुझे। माना जाता है कि ऐसा होने पर आपके कोई भी कार्य पूरे नहीं होते और अक्सर उनमें रुकावटे आती हैं।
6. घर में जिस जगह पर मंदिर है उस जगह चप्पल या जूते कतई पहन कर ना चलें। ऐसा करना भी बेहद अशुभ माना जाता है क्यों चप्पल पर लगी सारी गंदगी उससे होते हुए पूजा घर में आ जाती है।
7. घर की मंदिर में कभी अपने मृत पूर्वजों का चित्र नहीं लगाना चाहिए। घर की दक्षिण दिशा में आप चाहें तो उनके चित्र लगा सकते हैं मगर उन्हें कभी भी मंदिर में नहीं लगाना चाहिए।