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Sharad Purnima 2023: शरद पूर्णिमा के दिन लगेगा चंद्र ग्रहण, बरतनी होगी ये सावधानियां; जानें क्या करें क्या न?

By अंजली चौहान | Published: October 27, 2023 2:04 PM

शरद पूर्णिमा जिसे अश्विन पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है, हिंदुओं के लिए एक महत्वपूर्ण दिन है। इस वर्ष, यह 28 अक्टूबर को पड़ रहा है और चंद्र ग्रहण के साथ मेल खाता है। इस दौरान मंत्रों का जाप करने, भोग लगाने, ब्रह्मचर्य बनाए रखने और गंगा नदी में पवित्र स्नान करने की सलाह दी जाती है।

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ठळक मुद्देव्यक्ति को तामसिक भोजन, शराब का सेवन, बाल और नाखून काटना, वाद-विवाद, शुभ कार्य, जुआ खेलना और अपनी माँ का अपमान करने से बचना चाहिए। शरद पूर्णिमा हिंदुओं के लिए एक महत्वपूर्ण दिन है।लोग भगवान सत्यनारायण, भगवान विष्णु और चंद्रमा की पूजा करते हैं

Sharad Purnima 2023: शरद पूर्णिमा हिंदुओं के बीच बड़ा धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व रखती है। इस साल शरद पूर्णिमा के दिन चंद्र ग्रहण भी लग रहा है ऐसे में हमें अधिक सावधानी बरतने और कुछ बातों का पालन करने की आवश्यकता है। शरद पूर्णिमा आश्विन माह में मनाई जाती है और इसे आश्विन पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है।

शरद पूर्णिमा, जिसे कोजागरी या कोजागरा पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है। इस वर्ष शरद पूर्णिमा 28 अक्टूबर 2023 को मनाई जाएगी। यह दिन भगवान सत्यनारायण की पूजा के लिए समर्पित है। लोग भगवान विष्णु और चंद्रमा की पूजा करते हैं। वे उपवास रखते हैं और अपना दिन प्रार्थना करने में बिताते हैं।

शरद पूर्णिमा के दिन क्या न करें?

- इस दिन अपने प्रिय या जीवनसाथी के साथ वाद-विवाद करने से बचें।

- इस शुभ दिन पर शराब का सेवन करने से बचें।

- शरद पूर्णिमा के इस शुभ दिन पर तामसिक भोजन (अंडा, प्याज, लहसुन और मांस) न खाएं।

- इसी दिन चंद्र ग्रहण भी है इसलिए कोई भी शुभ कार्य करने से बचना चाहिए।

- जुए में शामिल होना अशुभ माना जाता है।

- इस दिन मां का अपमान करने से जीवन में अशुभता आती है।

शरद पूर्णिमा के दिन क्या करें?

- इस दिन भगवान विष्णु की पूजा करें।

- श्रद्धा और समर्पण के साथ भगवान विष्णु का नाम लेकर व्रत और पूजा करें।

- लोगों को भगवान कृष्ण और देवी राधा की पूजा करनी चाहिए क्योंकि शरद पूर्णिमा उन्हें समर्पित है।

- चंद्र ग्रहण के कारण भगवान शिव की पूजा करना भी शुभ माना जाता है।

- मंत्र जाप से लोगों की मदद हो सकती है और यह लाभकारी भी होगा।

- ग्रहण शुरू होने से पहले खीर बनाकर चंद्रमा के नीचे रखें।

- भगवान को भोग लगाना भी पुण्यदायी माना जाता है।

- इस दिन ब्रह्मचर्य का पालन करें। 

- गंगा नदी में पवित्र स्नान करना अत्यधिक शुभ माना जाता है।

(डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी सामान्य ज्ञान पर आधारित है। लोकमत हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है कृपया किसी भी मान्यता के मानने से पहले इसकी पुष्टि विशेषज्ञ द्वारा अवश्य कर लें।) 

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