Self Love: किसी से ना करें इन 6 चीजों का जिक्र, दुश्मन उठा सकते हैं आपका फायदा
By मेघना वर्मा | Updated: April 28, 2020 15:01 IST2020-04-28T15:01:54+5:302020-04-28T15:01:54+5:30
भारत के महान राजनीतिज्ञ और अर्थशास्त्री का दर्जा आचार्य चाणक्य को दिया जाता है। जीवन को सफर बनाने के लिए उन्होंने कई नीतियां बनाईं।

Self Love: किसी से ना करें इन 6 चीजों का जिक्र, दुश्मन उठा सकते हैं आपका फायदा
चाणक्य अपनी नीतियों के लिए जाने जाते हैं। उनकी रणनीति जीवन जीने का सही तरीका और सलीका बताती है। कहते हैं जो आचार्य चाणक्य की नीतियों पर अमल करता है वो अपने जीवन में कभी दुखी नहीं रहता।
भारत के महान राजनीतिज्ञ और अर्थशास्त्री का दर्जा आचार्य चाणक्य को दिया जाता है। जीवन को सफर बनाने के लिए उन्होंने कई नीतियां बनाईं। जिसे इंसान अपना ले तो वह खुश हो सकता है। चाणक्य नीति में से एक श्लोक ऐसा है जिसमें चाणक्य ने 6 चीजों के बारे में बताया है।
आचार्य चाणक्य का मानना है कि इन 6 बातों का जिक्र किसी ने ना ही किया जाए तो बेहतर। ऐसा करने से इंसान को सिर्फ नुकान होने की संभावना होती है-
ये है आचार्य चाणक्य का श्लोक-
सुसिद्धमौषधं धर्मं गृहच्छिद्रं च मैथुनम्।
कुभुक्तं कुश्रुतं चैव मतिमान्न प्रकाशयेत्॥
1. आचार्य चाणक्य के मुताबिक इंसान अगर किसी भी तरह की दवा या औषधी ले रहा है तो इसके बारे में उसे किसी से नहीं बताना चाहिए। आचार्य चाणक्य का मानना था कि अपनी दवाईयों के बारे में दूसरों से बताने पर स्वास्थ्य पर उल्टा प्रभाव पड़ता है.
2. आचार्य चाणक्य का कहना था कि परिस्थिति चाहे जैसी भी हो अपने घर का भेद किसी को नहीं बताना चाहिए। इससे दुश्मन फायदा उठा सकते हैं और आपको बर्बाद कर सकते हैं।
3. परिवार में ही किसी एक सदस्य की बुराई किसी दूसरे से नहीं करना चाहिए। किसी दूसरे को बताने पर वो आपके परिवार का उपहास करते हैं और सम्मान को ठेस पहुंचाते हैं।
4. संभोग के दौरान गलती हो जाए तो उसके बारे में किसी दूसरे व्यक्ति को नहीं बताना चाहिए। आचार्या चाणक्य का मानना था कि इन चीजों को बताने से समाज आप पर और आपके चरित्र पर संदेह करने लगता है।
5. चाणक्य के मुताबिक मनुष्य को किसी भी परिस्थिति में अगर खराब भोजन करना पड़े तो उसके बारे में किसी से न बताए।
आचार्य चाणक्य ने कहा कि लोगों से सुने बुरे शब्दों को दूसरों तक नहीं पहुंचने देना चाहिए। बुराई और निंदा वाले शब्दों को खुद तक ही रखना चाहिए।