Rajasthan Assembly Elections 2023: राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने कहा है कि उन्हें लगता है कि वह अब संन्यास ले सकती हैं। भारतीय जनता पार्टी नेता ने ये टिप्पणी बेटे दुष्यंत सिंह की राजनीति में सक्रिय भागीदारी को देखते हुए आई है। दुष्यंत सिंह, लोकसभा में झालावाड़-बारां का प्रतिनिधित्व करते हैं और इन दिनों चुनाव प्रचार में जुटे हुए हैं।
झालावाड़ में एक सार्वजनिक बैठक में बोलते हुए राजे ने कहा, "अपने बेटे की बात सुनने के बाद, मुझे लगता है कि मुझे संन्यास ले लेना चाहिए क्योंकि आप सभी ने उसे इतनी अच्छी तरह से प्रशिक्षित किया है कि मुझे उस पर दबाव डालने की जरूरत नहीं है।" इस दौरान उनके पुत्र दुष्यंत सिंह भी वहां मौजूद थे।
वसुंधरा राजे ने कहा, "सभी विधायक यहां हैं और मुझे लगता है कि उन पर नजर रखने की कोई जरूरत नहीं है क्योंकि वे अपने दम पर लोगों के लिए काम करेंगे। यह झालावाड़ है।" अपने दौरे पर राजे ने सड़कों, जल आपूर्ति परियोजनाओं और हवाई और रेल कनेक्टिविटी का उल्लेख करते हुए पिछले तीन दशकों में क्षेत्र में विकास कार्यों पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने लोगों से उनकी समस्याओं के बारे में भी बात की।
पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने राज्य में सरकारी भर्ती प्रश्नपत्र लीक की घटनाओं और बेरोजगारी जैसे मुद्दों पर राज्य में कांग्रेस सरकार पर हमला करते हुए कहा कि राजस्थान तभी फिर से नंबर एक राज्य बनेगा जब लोग भाजपा को वापस सत्ता में लेकर आएंगे। राजे 25 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए झालावाड़ विधानसभा क्षेत्र से अपना नामांकन पत्र दाखिल करने के लिए तैयार हैं। 200 सदस्यीय विधानसभा के चुनाव के लिए वोटों की गिनती 3 दिसंबर को होगी।
हालांकि इस बार ये चर्चाएं भी हैं कि अगर बीजेपी सत्ता में आती है तो राज्य में मुख्यमंत्री पद पर राजे की जगह किसी और की ताजपोशी हो सकती है। बीते कुछ महीने से भाजपा के चुनाव जीतने की सूरत में पांच बार की सांसद और चार बार की विधायक वसुंधरा की भूमिका को लेकर अटकलों का दौर जारी है।