मकराना: राजस्थान विधानसभा चुनाव में भाजपा के लिए प्रचार करने मकराना पहुंचे केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को कहा कि कांग्रेस की राजनीति का आधार तुष्टिकरण है। उन्होंने कहा कि भाजपा ने कभी भी तुष्टिकरण का काम नहीं किया, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तो पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) पर बैन लगाकर तुष्टिकरण की राजनीति को 'कुचलने' का काम किया है।
समाचार एजेंसी एजेंसी एएनआई के मुताबिक मकराना में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए अमित शाह ने सूबे की सत्ताधारी कांग्रेस पार्टी और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर जमकर निशाना साधा और आरोप लगाया कि सीएम गहलोत ने राजस्थान में तुष्टिकरण की ऐसी राजनीति की, जिसके कारण कई युवाओं की हत्या हुई।
उन्होंने कहा, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूरे देश में पीएफआई पर प्रतिबंध लगाकर तुष्टीकरण की राजनीति को कुचल दिया है। लेकिन यहां झालावाड़ में कृष्ण वाल्मिकी की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। अलवर में 300 साल पुराना शिव मंदिर तोड़ दिया गया। सालासर में राम दरबार पर बुलडोजर चला दिया गया।"
गृहमंत्री शाह ने आगे कहा, "गहलोत साहब, याद रखिये राजस्थान की जनता आपके साथ नहीं है क्योंकि वह जानती है कि अगर आप दोबारा सत्ता में आए तो पीएफआई को फिर से जिंदा कर देंगे।''
उन्होंने आगे कहा, "कन्हैया लाल का सिर काटकर हत्या कर दी गई। कांग्रेस के शासन में समय-समय पर दंगे होते रहे हैं। अशोक गहलोत की तुष्टीकरण की नीति के कारण न केवल कन्हैया लाल बल्कि कई युवाओं की हत्या कर दी गई।"
इसके साथ ही सूबे में महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराध को मुद्दा बनाते हुए अमित शाह ने गहलोत सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा, "महिलाओं के खिलाफ अपराध में राजस्थान शीर्ष पर है। हर दिन महिलाओं के खिलाफ अपराध के 22 मामले दर्ज किए जाते हैं लेकिन अशोक गहलोत पर इसका कोई असर नहीं होता। पीएम मोदी ने महिलाओं के 33 फीसदी आरक्षण देने और 'मातृ शक्ति' को सम्मान देने का काम किया है।"
गृहमंत्री अमित शाह ने राजस्थान में युवाओं के साथ छल करने का आरोप लगाया कि गहलोत सरकार परीक्षा पेपर लीक में विश्व रिकॉर्ड बना रही है।
उन्होंने कहा, "पेपर लीक रिकॉर्ड के मामले में कांग्रेस सरकार ने एक विश्व रिकॉर्ड बनाया है। हर साल तीन पेपर लीक होते हैं। राज्य में लोक सेवा आयोग का हर पेपर लीक होता है। चार साल में चौदह से अधिक पेपर लीक हुए हैं। जिससे लाखों युवाओं का भविष्य बर्बाद हो गया।"
अमित शाह ने कहा, "सीएम गहलोत ने पेपर लीक मामले में कुछ नहीं कहा। गहलोत जी युवा लोग एक पेपर के लिए ढाई से तीन साल तक मेहनत करते हैं और आप पेपर लीक करके कांग्रेस के चापलूसों को रोजगार देते हैं। भाजपा की सरकार आने के बाद हम ऐसी व्यवस्था करेंगे कि राजस्थान में कोई पेपर लीक नहीं होगा।''
मालूम हो कि राजस्थान में 25 नवंबर को मतदान होगा, जिसकी गिनती चार अन्य राज्यों के विधानसभा चुनावों के साथ 3 दिसंबर को होगी।