कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) और राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (एनपीआर) को लेकर शनिवार को नरेंद्र मोदी सरकार पर निशाना साधा और दावा किया कि यह नोटबन्दी से बड़ा झटका होगा जिससे बहुत ज्यादा नुकसान होगा। पार्टी के 135वें स्थापना दिवस पर आयोजित कार्यक्रम से अलग गांधी ने पार्टी मुख्यालय में संवाददाताओं से कहा, '' ये (एनआरसी और एनपीआर) नोटबन्दी नंबर 2 है। इससे हिंदुस्तान के गरीबों को बहुत नुकसान होने जा रहा है।
नोटबन्दी तो भूल जाइये, ये उससे दोगुना झटका होगा। इसमें हर गरीब आदमी से पूछा जाएगा कि वह हिंदुस्तान का नागरिक है या नहीं। लेकिन उनके जो 15 दोस्त हैं उनको कोई दस्तावेज दिखाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। " उन्होंने आरोप लगाया कि एनआरसी और एनपीआर की प्रक्रिया से भी सरकार के कुछ ''पूंजीपति मित्रों '' को फायदा होगा।
इसके अलावा उन्होंने देश में ''डिटेंशन सेंटर '' नहीं होने के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान को लेकर शनिवार को एक बार फिर उन पर निशाना साधा। पार्टी के 135वें स्थापना दिवस से जुड़े एक कार्यक्रम से अलग गांधी ने पार्टी मुख्यालय में संवाददाताओं से बातचीत में उस वीडियो का हवाला दिया जो कुछ दिन पहले उन्होंने ट्विटर पर पोस्ट किया था।
उन्होंने कहा, ''क्या आप लोगों ने प्रधानमंत्री का भाषण सुना है। क्या अपने डिटेंशन सेंटर का वीडियो देखा है।'' इससे पहले गांधी ने बृहस्पतिवार को भी प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधा था और आरोप लगाया था कि ''आरएसएस के प्रधानमंत्री'' भारत माता से झूठ बोलते हैं। असम में डिटेंशन सेंटर से जुड़ी एक खबर साझा करते हुए गांधी ने ट्वीट किया था, ''आरएसएस का प्रधानमंत्री भारत माता से झूठ बोलता है।''
दरअसल, पिछले दिनों प्रधानमंत्री मोदी ने दिल्ली के रामलीला मैदान में एक रैली में कहा था कि देश में डिटेंशन सेंटर को लेकर फैलाई जा रही अफवाहें सरासर झूठ हैं। कांग्रेस नेता ने जो खबर साझा की थी, उसके मुताबिक असम में डिटेंशन सेंटर मौजूद हैं।