कमल हासन अपनी राजनैतिक पार्टी का नाम रखा 'मक्काल नीधि मैय्यम', क्या है इसका हिन्दी मतलब
By खबरीलाल जनार्दन | Published: February 21, 2018 07:47 PM2018-02-21T19:47:11+5:302018-02-21T20:08:15+5:30
कमल हासन ने अपनी राजनैतिक पार्टी का नाम 'मक्काल नीधि मैय्यम' रखा है। उन्होंने कहा, 'इस वक्त मैं लंबे-चौड़े भाषण देने के बजाए लोगों से सुझाव लेने के लिए जाऊंगा।'
कमल हासन ने अपनी राजनैतिक पार्टी का नाम 'मक्काल नीधि मैय्यम' रखा है। इसका हिन्दी मतलब है, जन न्याय केंद्र। उन्होंने मदुरै में बुधवार को अपनी राजनैतिक कॅरियर की आधिकारिक शुरुआत कर दी है। कमल हासन ने एक भव्य कार्यक्रम में अपनी पार्टी के झंडे और नाम की घोषणा कर दी।
इस मौके पर उन्होंने कहा, 'इस वक्त मैं लंबे-चौड़े भाषण देने के बजाए लोगों से सुझाव लेने के लिए जाऊंगा। बेहतर होगा कि मैं अपने काम से लोगों के बीच जाना जाऊं, बजाए कि अपने भाषणों के।'
उनकी पार्टी लॉन्च के मौके पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, आम आदमी पार्टी नेता सोमनाथ भारती भी मौजूद रहे। उधर नाम आते ही सोशल मीडिया में यह पांच मिनट के भीतर नंबर एक ट्विटर ट्रेंड में शामिल हो गया।
Delhi CM Arvind Kejriwal and AAP Tamil Nadu incharge Somnath Bharti at the launch of Kamal Haasan's political party in Madurai. #KamalPartyLaunchpic.twitter.com/i5U9OFHnMq
— ANI (@ANI) February 21, 2018
इस लॉन्च में जितने भी लोग वॉलियंटर कर रहे सबने कमल हासन की फोटो वाली टीशर्ट पहन रखी है। इस समारोह में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के शामिल होने की खबरें हैं। जानकारी के अनुसार यहां अरविंद केजरीवाल जनसभा को संबोधित भी कर सकते हैं।
कमल हासन का नारा 'नालई नमाधे'
तमिलनाडु की राजनीति के लिए कमल हासन ने नारा दिया है, 'नालई नमाधे', हिंदी में इसका मतलब हुआ, 'कल हमारा है।' कमल हासन ने बुधवार को दिवंगत पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम के घर रामेश्वरम पहुंचे और वहां उनके भाई और बाकी परिवारों से मुलाकात की। इसके बाद रामेश्वरम स्थित अब्दुल कलाम के घर से मदुरै तक एक रोड शो किया।
जानकारी के अनुसार, "कमल यहां के बाद मंडपम में एक सरकारी स्कूल जाने वाले थे, जहां कलाम ने पढ़ाई की थी, लेकिन जिलाधिकारी ने इसकी अनुमति नहीं दी।" एक हिंदू संगठन के नेता ने एक टीवी चैनल से कहा कि उनलोगों ने कमल के स्कूल आने का विरोध किया, क्योंकि वह राजनीतिक फायदा उठाना चाहते थे।
बाद में रामेश्वरम में मछुआरा समुदाय के साथ बातचीत में उन्होंने कहा, "यह तमिलनाडु का सबसे महत्वपूर्ण उद्योग है। मैं मछुआरों के विचार सुनने के लिए दोबारा आऊंगा।" रामेश्वरम में कई 'नालाई नामाधे(कल हमारा है)' लिखे हुए कई झंडे सफेद रंग में दिखे, जिस पर काले रंग में तमिलनाडु का नक्शा बना हुआ था।
कमल हासन की राजनीति में एंट्री पर बाकी पार्टियों में खलबली
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की तमिलनाडु ईकाई की नेता तमिलसाई सुंदरराजन ने पत्रकारों से कहा, 'ऐसा लगता है कि कमल ने किसी के साथ स्पर्धा करने के लिए अपनी राजनीतिक पार्टी की शुरुआत की है।' उन्होंने कहा, "कोई भी अपनी पार्टी बना सकता है, तमिलनाडु उस स्थिति में नहीं है कि उसे केवल कमल ही बचा सकते हैं।'
दूसरी ओर दलित नेता थोल थिरुमावलन ने पत्रकारों से कहा कि कमल और रजनीकांत तमिलनाडु में डीएमके को नुकसान पहुंचाने के लिए भाजपा के एजेंट है। इससे पहले मंगलवार शाम यहां पहुंचने पर उनका जोरदार स्वागत किया गया। द्रविड़ मुनेत्र कड़गम(द्रमुक) ने उनपर निशाना साधते हुए कहा कि कागज के वे फूल, जिनमें खुशबू नहीं होती, वे केवल एक मौसम में खिलते हैं, लेकिन जल्द ही मुरझा जाते हैं।
मदुरै पहुंचने पर कमल हासन ने पत्रकारों से कहा, "मदुरै में पार्टी का झंडा शाम को फहराएगा, और उस समय झंडे के पीछे के विचार के बारे में बताया जाएगा।"
इससे पहले दिन में, अभिनेता सीमान ने चेन्नई में कमल के घर पर उनसे मुलाकात की थी। सीमान ने रजनीकांत के तमिल मूल का नहीं होने पर उनका जोरदार विरोध किया था। उन्होंने पत्रकारों से कहा, "कमल ने उनसे मिलने की इच्छा जताई थी, लेकिन उन्होंने महसूस किया कि उन्हें उनके(कमल) घर जाना चाहिए, क्योंकि वह उनसे बड़े हैं।"
कमल ने द्रमुक अध्यक्ष एम. करुणानिधि से आशीर्वाद लेने के लिए गोपालपुरम स्थित उनके आवास पर उनसे मुलाकात की थी। स्टालिन भी उस वक्त वहां उपस्थित थे।