यह ‘मोदी द्वारा पैदा की गई’ (मोदी मेड) आपदा है, मोदी है, तो मुमकिन हैः राजीव गौड़ा
By भाषा | Published: August 30, 2019 07:46 PM2019-08-30T19:46:41+5:302019-08-30T19:46:41+5:30
पार्टी प्रवक्ता राजीव गौड़ा ने ट्वीट कर कहा, ‘‘जीडीपी विकास दर पांच फीसदी पर पहुंच गई। नोटबंदी, जल्दबाजी में जीएसटी लागू करने और अक्षमता के नतीजे लगातार दिख रहे हैं।’’ उन्होंने तंज कसते हुए कहा, ‘‘ यह गिरावट वैश्विक मुद्दों के कारण नहीं है। यह ‘मोदी द्वारा पैदा की गई’ (मोदी मेड) आपदा है। मोदी है, तो मुमकिन है।’’
कांग्रेस ने आर्थिक विकास दर के पिछले साल के अपने न्यूनतम स्तर पर चले जाने को शुक्रवार को ‘मोदी मेड डिजास्टर’ करार दिया और कटाक्ष करते हुए कहा कि ‘मोदी है तो मुमकिन है।’
पार्टी प्रवक्ता राजीव गौड़ा ने ट्वीट कर कहा, ‘‘जीडीपी विकास दर पांच फीसदी पर पहुंच गई। नोटबंदी, जल्दबाजी में जीएसटी लागू करने और अक्षमता के नतीजे लगातार दिख रहे हैं।’’ उन्होंने तंज कसते हुए कहा, ‘‘ यह गिरावट वैश्विक मुद्दों के कारण नहीं है। यह ‘मोदी द्वारा पैदा की गई’ (मोदी मेड) आपदा है। मोदी है, तो मुमकिन है।’’
अर्थव्यवस्था का अर्थ बिगाड़ा, रुपया हुआ कंगाल।
— Congress (@INCIndia) August 29, 2019
धंधे सारे बंद हो गए, ये है मोदी का कमाल।।#UnfitGovtUnfitEconomypic.twitter.com/JPRi3CJpKi
गौड़ा ने कहा, ‘‘ क्या अर्थव्यवस्था की स्थिति और बुरी होगी, क्या ध्यान भटकाने के लिए नई नई तरकीबें अपनाई जाएंगी?’’ गौरतलब है कि देश की आर्थिक वृद्धि दर 2019-20 की अप्रैल-जून तिमाही में घटकर पांच प्रतिशत रह गयी। यह पिछले सात साल का न्यूनतम स्तर है।
As predicted, GDP growth is lower - 5% in Q1 of 2019-20 (lowest in 5 years).
— Congress (@INCIndia) August 30, 2019
Convenient time to hold a PC & attempt headline manipulation, but you can't hide from the truth Madam FM @nsitharaman#BahiKhateMeinLochahttps://t.co/xPXuiMe0hY
विनिर्माण क्षेत्र में गिरावट और कृषि उत्पादन की सुस्ती से जीडीपी वृद्धि में यह गिरावट आई है। शुक्रवार को जारी आधिकारिक आंकड़ों में यह जानकारी दी गयी है। इससे पहले वित्त वर्ष 2012-13 की अप्रैल- जून अवधि में देश की आर्थिक वृद्धि दर सबसे निचले स्तर 4.9 प्रतिशत पर रही थी।
एक साल पहले 2018-19 की पहली तिमाही में आर्थिक वृद्धि दर आठ प्रतिशत के उच्च स्तर पर थी। जबकि इससे पिछली तिमाही की यदि बात की जाये तो जनवरी से मार्च 2019 की तिमाही में वृद्धि दर 5.8 प्रतिशत दर्ज की गई थी।