लाइव न्यूज़ :

गुना दलित दंपत्ति पिटाई: जिग्नेश मेवानी ने कहा-पुलिसकर्मियों के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज किया जाना चाहिये

By भाषा | Updated: July 19, 2020 00:50 IST

गुना के जगनपुर में मंगलवार को हुई घटना को लेकर शनिवार को मेवानी, मध्य प्रदेश के अनुसूचित जाति आयोग के सदस्य प्रदीप अहिरवार और प्रदेश कांग्रेस की सचिव किरण अहिरवार ने घटनास्थल का मौका-मुआयना करने के बाद गुना जिला अस्पताल में जाकर पीड़ित परिवार से मुलाकात की।

Open in App
ठळक मुद्देमेवानी ने इस घटना में शामिल पुलिस कर्मियों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज करने की मांग की। गुजरात के ऊना में हुई घटना से भी ज्यादा भयभीत करने वाली घटना गुना में हुई है।

गुना: दलित नेता और गुजरात के निर्दलीय विधायक जिग्नेश मेवानी ने गुना में एक दलित दंपत्ति की पुलिस द्वारा क्रूरता से की गयी पिटाई की घटना पर कहा कि यह वर्ष 2016 में गुजरात के ऊना में चार दलित युवकों की पिटाई से भी अधिक भयभीत करने वाली घटना है। मेवानी ने इस घटना में शामिल पुलिस कर्मियों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज करने की मांग की।

गुना के जगनपुर में मंगलवार को हुई घटना को लेकर शनिवार को मेवानी, मध्य प्रदेश के अनुसूचित जाति आयोग के सदस्य प्रदीप अहिरवार और प्रदेश कांग्रेस की सचिव किरण अहिरवार ने घटनास्थल का मौका-मुआयना करने के बाद गुना जिला अस्पताल में जाकर पीड़ित परिवार से मुलाकात की। मेवानी ने यहां पत्रकार वार्ता में कहा, ‘‘यह घटना बेहद जघन्य है।

गुजरात के ऊना में हुई घटना से भी ज्यादा भयभीत करने वाली घटना गुना में हुई है। भाजपा सरकार आते ही दलितों पर अत्याचार बढ़ जाते हैं।’’ उन्होने कहा कि शिवराज सरकार का रवैया दलित और किसान विरोधी है। घटना के बाद हम यहां आ सकते हैं लेकिन मुख्यमंत्री चौहान अब तक यहां नहीं आये हैं। दलित नेता ने कहा, ‘‘ पांच साल के बच्चे को तक उठाकर फेंका गया है। इससे ज्यादा अमानवीय रवैया नहीं हो सकता। उनके बच्चों को फेंका गया, इसके बाद भी संबंधितों पर अब तक मामला दर्ज नहीं किया गया है।’’

मेवानी ने कहा, ‘‘जो भी पुलिसकर्मी इसमें शामिल हैं, उनपर आपराधिक प्रकरण दर्ज होने चाहिए।’’ उन्होंने कहा, ‘‘अगर मामला दर्ज नहीं किया जाता गई तो आगामी उप चुनाव में शिवराज सिंह को बहुत भारी पडेगा। दलित समाज को बाबा साहब की सौगंध देकर भाजपा को वोट न देने की अपील की जाएगी।’’ अहिरवार ने कहा कि इस घटना के बाद दलित समुदाय भयभीत है और पुलिसकर्मियों के इस कृत्य ने पूरे देश में पुलिस को शर्मसार कर दिया।

उन्होंने पीड़ित दलित दंपत्ति को तुरंत मुआवजा देने और आरोपी पुलिसकर्मियों पर मामला दर्ज करने की मांग की। गौरतलब है कि गुना शहर के जगनपुर क्षेत्र में एक सरकारी मॉडल कॉलेज के निर्माण के लिये निर्धारित सरकारी जमीन के अतिक्रमण से जबरन निकाले गये एक दलित दंपत्ति ने मंगलवार को इस मुहिम के विरोध में कीटनाशक पी लिया। पीड़ित दंपत्ति राजकुमार अहिरवार (38) और सवित्री अहिरवार (35) उपचार के लिये अस्पताल में भर्ती कराये गये है जहां उनकी हालत में सुधार है।

सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक कथित वीडियो में दिखाई दे रहा है कि पुलिसकर्मी लाठियों से एक आदमी को कथित तौर पर बेरहमी से पीट रहे हैं और उसकी पत्नी उसे बचाने का प्रयास कर रही हैं। इसमें महिला भी अपने पति के ऊपर लेट जाती है और महिला पुलिसकर्मी उसे मौके से हटाते हुए नजर आ रही हैं। मुख्यमंत्री ने इस मामले में तुरंत कार्रवाई करते हुए पुलिस महानिरीक्षक ग्वालियर रेंज, गुना कलेक्टर और गुना के जिला पुलिस अधीक्षका का तबादला कर दिया। इसके साथ ही घटना में शामिल छह पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है। 

टॅग्स :गुजरातजिग्नेश मेवानी
Open in App

संबंधित खबरें

भारतBhavnagar Complex Fire: आग ने कई अस्पतालों को अपनी चपेट में लिया, चादरों में लिपटे बच्चों को खिड़कियों से बचाया गया, देखें भयावह वीडियो

भारतGujarat: भावनगर में पैथोलॉजी लैब में भीषण आग, बुजुर्गों और बच्चों को बचाने का रेस्क्यू जारी; दमकल की टीमें मौजूद

विश्वराष्ट्रमंडल खेलः दिल्ली में 2010 और अहमदाबाद में 2030?, 20 साल बाद मेजबान भारत, पीएम मोदी ने देशवासियों और खेल तंत्र को दी बधाई

क्रिकेट10 छक्के, 12 चौके, 37 गेंद और 119 रन, कौन हैं पटेल?, 31 बॉल में बना डाले शतक

भारतVIDEO: जूनियर ट्रंप का अनंत अंबानी संग वीडियो, वनतारा परियोजना की जमकर तारीफ की

राजनीति अधिक खबरें

राजनीतिDUSU Election 2025: आर्यन मान को हरियाणा-दिल्ली की खाप पंचायतों ने दिया समर्थन

राजनीतिबिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी से मिलीं पाखी हेगड़े, भाजपा में शामिल होने की अटकलें

राजनीतिBihar voter revision: वोटरों की सही स्थिति का पता चलेगा, SIR को लेकर रूपेश पाण्डेय ने कहा

राजनीतिबिहार विधानसभा चुनावः बगहा सीट पर बीजेपी की हैट्रिक लगाएंगे रुपेश पाण्डेय?

राजनीतिगोवा विधानसभा बजट सत्रः 304 करोड़ की 'बिना टेंडर' परियोजनाओं पर बवाल, विपक्ष का हंगामा