नई दिल्ली, 15 मार्च: नार्थ-ईस्ट विधानसभा से लेकर उत्तर प्रदेश- बिहार के उपचुनाव में मिली करारी हार के बाद कुछ दिनों तक ठंडे रहे कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी तेवर में कुछ बदलाव नजर आया है। पहले उनके निशाने पर रहे वित्त मंत्री अरुण जेटली जिनपर उन्होंने आरोप लगाया की उनकी बेटी को पंजाब नेशनल बैंक से मोटी रकम मिली थी और इसलिए जेटली इन घोटाले पर चुप्पी साध रखी थी।
राहुल ने गुरुवार को फिर से बीजेपी पर निशाना साधा और पार्टी पर कविता लिख डाली है। राहुल गांधी ने अपने ट्विटर हैंडल के जरिए शायराना अंदाज में एसएससी में हुई गड़बड़ी के मामले को लेकर हमला बोला है। इसके साथ ही उन्होंने 2014 के लोकसभा चुनावों में युवाओं को 2 करोड़ रोजगार देने की बात को जुमला बताया है। उन्होंने आगे कहा लिखा कि सरकार नई नौकरियां तो दे नहीं पाई उल्टा नौकरियों को खत्म कर दिया है।
इससे पहले अध्यक्ष राहुल गांधी ने शनिवार (10 मार्च) को नोटबंदी को लेकर बड़ा बयान दिया था। राहुल ने कहा, "अगर मैं प्रधानमंत्री होता और किसी ने मुझे वह फाइल दी होती, जिस पर नोटबंदी लिखा होता तो मैं उसे कूड़े में डाल देता।" मलेशिया में भारतीय प्रवासियों के साथ बातचीत के दौरान गांधी ने कहा, "खिड़की से बाहर कूड़े में फेंक देता। मुझे लगता है कि नोटबंदी के साथ यही होना चाहिए था।" बात दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आठ नवंबर 2016 को 500 और 1,000 रुपये के नोटों को चलन से बाहर करने की घोषणा की थी। कांग्रेस पार्टी और अन्य विपक्षी दलों ने प्रधानमंत्री के नोटबंदी के कदम की आलोचना की थी और कहा था कि इसने भारतीय अर्थव्यवस्था को भारी नुकसान पहुंचाया है।
इससे पहले सिंगापुर में हुए एक बैठक में राहुल ने कश्मीर नीति को लेकर मोदी सरकार पर निशाना साधा था। उन्होंने कहा था कि, डॉक्टर मनमोहन सिंह के नेतृत्व में हमारी कश्मीर पॉलिसी लोगों को जोड़ने के लिए थी। साल 2004 में जब यूपीए सरकार बनी तो हमें जलता हुआ जम्मू-कश्मीर सौंपा गया था। हमने एक नीति बनाकर इस पर 9 साल तक काम किया। "मैंने देखा है कि जब आप लोगों के साथ संपर्क करते हैं उनके लिए काम करते हैं और उन पर विश्वास करते हैं। तो यह काम करता है। 2014 में जब मैं जम्मू-कश्मीर गया तो रोना आ गया।"