पटनाः बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के सवाल ने भूचाल ला दिया। दरअसल, तेजस्वी यादव ने गन्ना मंत्री से सवाल पूछा था, लेकिन मंत्री के उत्तर से वह संतुष्ट नहीं हुए।
इसके बाद उन्होंने कह दिया कि कैसे-कैसे लोग मंत्री बन जाते हैं। तेजस्वी यादव की टिप्पणी सत्ता पक्ष में बैठे विधायकों और मंत्रियों को रास नहीं आई और बवाल खड़ा हो गया। इस दौरान उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा पर भड़क गए। उन्होंने कहा कि आप विपक्ष के नेता को संरक्षण दे रहे हैं। मंत्रियों का अपमान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
दरअसल, तेजस्वी यादव के सवाल के जवाब के दौरान अध्यक्ष ने मंत्री प्रमोद कुमार को फटकार लगा दी। विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि जवाब में फैक्ट दें, यदि कोई संशय हो तो दोषी अधिकारियों को सजा दें। जांच कराइए। मामला यह है कि नेता प्रतिपक्ष के सवाल पर सरकार ने जो जवाब दिया, उससे वह संतुष्ट नहीं हुए, वह बार-बार पूरक पूछ रहे थे और इसी को लेकर उनकी सत्ता पक्ष के लोगों से हो बहस हो गई।
फिर तेजस्वी यादव ने सदन में कह दिया कि कैसे-कैसे लोग मंत्री बन जाते हैं। तेजस्वी यादव की टिप्पणी भाजपा को रास नहीं आई। इसके बाद सदन में भाजपा के सभी विधायक उठ खडे हुए और जोर-जोर से तेजस्वी के ऊपर अपनी नाराजगी जताने लगे। वहीं उप मुख्यमंत्री तार किशोर प्रसाद ने तेजस्वी के बयान को आपत्तिजनक बताते हुए कहा कि सदन में इस तरह की गलत परिपाटी शुरू की जा रही है।
नेता प्रतिपक्ष को कोई अधिकार नहीं कि वह तय करें कि कौन मंत्री बनेगा और कौन नहीं? मंत्रियों के ऊपर उनकी टिप्पणी अशोभनीय है। उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद भी तेजस्वी यादव पर जमकर बरसे। इसके बाद विपक्ष ने भाजपा के कड़े तेवर को देखते हुए सदन से वाकआउट कर दिया।
विपक्ष का आरोप था कि सदन में सवालों का जवाब सरकार की तरफ से नहीं दिया जा रहा और सदन दूसरे सवाल की तरफ आगे बढ़ जा रहा है. तेजस्वी यादव के साथ राजद के सभी विधायक सदन से बाहर आ गए. इस दौरान भाजपा के वरिष्ठ नेता नंदकिशोर यादव ने तेजस्वी के बयान पर कड़ी आपत्ति जताई। उन्होंने कहा कि यह बहुत गलत बात है कि इस तरह की हरकत विपक्ष की तरफ से किया जा रहा है।
मंत्रियों के बारे यह टिप्पणी काफी गलत है। वहीं मंत्री बिजेन्द्र यादव ने तो सदन पर ही सवाल उठा दिया. उन्होंने सीट पर खडा होकर कहा कि विपक्ष को बैठाया नहीं जाता है और मंत्रियों को डांटा जाता है, यह हास्यास्पद है। सदन में भारी हंगामा के बीच विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि जिन लोगों ने भी गलयतबयानी की है, वह कार्यवाही से निकाल दिया जाएगा. आगे इस तरह की बात कोई नही करेगा।
दरअसल, तेजस्वी यादव ने समस्तीपुर चीनी मिल का मामला उठाते हुए कहा कि यहां 20 करोड का कबाड़ बेचा गया और 9 करोड ही वसूल किए जा सके। कबाड़ को बेच कर दो बंद पड़ी शुगर मिलों को और बर्बाद किया जा रहा है. तेजस्वी यादव के सवाल पर गन्ना उद्योग मंत्री प्रमोद कुमार ने जवाब देते हुए कहा कि बिल्डिंग की पूरी प्रक्रिया पारदर्शी तरीके से की गई है।
इस मामले पर काफी देर तक के सदन में गर्मा- गर्मी होती रही. विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा ने भी इस मामले पर गंभीरता दिखाते हुए कहा कि अगर कोई अधिकारी सरकार की तरफ से ऐसा जवाब देकर सदन को बरगलाना चाहता है तो उसके ऊपर कड़ी कार्रवाई भी होनी चाहिए।
विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि सदन में सदस्यों की तरफ से पूछे गए सवालों का सही सही जवाब आना बेहद जरूरी है। तेजस्वी यादव ने कहा कि जिन शुगर मिलों को स्थानांतरित किया गया, उसका पूरा डिटेल सरकार उपलब्ध कराएं।