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अयोध्या में भूमि पूजन के शुभ मुहूर्त को लेकर छिड़ा विवाद, जगद्गुरु परमहंस आचार्य महाराज ने दिया जवाब

By निखिल वर्मा | Updated: July 23, 2020 19:41 IST

श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की ओर से प्रधानमंत्री कार्यालय को 5 अगस्‍त की तारीख राम मंदिर भूमि पूजन के लिए भेजा गया है।

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ठळक मुद्देराम मंदिर न्यास के प्रवक्ता नृत्य गोपाल दास ने कहा कि कार्यक्रम के दौरान गर्भ गृह में चांदी की पांच ईंटें लगाई जाएंगी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कार्यक्रम में शामिल होने के लिए पांच अगस्त को अयोध्या आ सकते हैं।

अयोध्या में भूमि पूजन के शुभ मुहूर्त को लेकर विवाद छिड़ा हुआ है। शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती ने कहा है कि ये चाह नहीं है कि हमें कोई ट्रस्टी या पदाधिकारी बनाया जाए। हम तो राम भक्त हैं। राम मंदिर कोई भी बनाता है सही ढंग से बनाता है तो हमें प्रसन्नता होगी पर ये सब उचित तिथि और उचित मुहुर्त में होना चाहिए। जिस मुहुर्त में ये हो रहा है ये अशुभ घड़ी है। इसका जवाब जगद्गुरु परमहंस आचार्य महाराज ने दिया है।

उन्होंने कहा कि वो(शंकराचार्य)कह रहे हैं कि मुहूर्त शुभ नहीं है। मैं उन्हें बता देना चाहता हूं कि 5अगस्त को प्रधानमंत्री राम मंदिर भूमि का पूजन करेंगे। उस समय अभिजीत मुहूर्त/सर्वार्थ सिद्धि योग होगा। कांग्रेस से प्रभावित होकर वो ऐसा बयान दे रहे हैं।

पीएम मोदी समेत इन नेताओं को मिला न्योता

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कार्यक्रम में शामिल होने के लिए पांच अगस्त को अयोध्या आ सकते हैं। श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के सदस्य कामेश्वर चौपाल ने कहा कि वह पूर्व उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी, वरिष्ठ भाजपा नेता मुरली मनोहर जोशी, उमा भारती और विनय कटियार को निमंत्रित करेंगे। वर्तमान में भाजपा नेता बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले में अदालती सुनवाई का सामना कर रहे हैं। चौपाल ने बताया कि न्यास इस बात को ध्यान में रख रहा है कि पूर्व उपप्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी और अन्य नेताओं ने राम मंदिर आंदोलन को जन-जन तक पहुंचाया। उन्होंने कहा कि आमंत्रित लोगों की सूची को अंतिम रूप दिया जा रहा है।

बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले में आरोपी संतोष दुबे ने कहा कि भाजपा नेताओं की वर्तमान पीढ़ी राम मंदिर आंदोलन में सक्रिय नहीं थी, जिन्होंने ‘‘हिंदू जनता को’’ पार्टी के लिए वोट देने की खातिर तैयार किया। दुबे ने कहा, ‘‘लेकिन वरिष्ठ नेता जिन्होंने राम मंदिर आंदोलन को शुरू किया और समुदाय को तैयार किया वे आज राजनीतिक निर्वासन में हैं।’’

राम मंदिर न्यास के प्रवक्ता नृत्य गोपाल दास ने कहा कि कार्यक्रम के दौरान गर्भ गृह में चांदी की पांच ईंटें लगाई जाएंगी। उन्होंने कहा कि हिंदू मान्यता के मुताबिक ईंट पंच ग्रहों की प्रतीक हैं। उन्होंने कहा कि मंदिर का डिजाइन और वास्तु प्रस्ताव के मुताबिक ही है।

न्यास के सूत्रों के मुताबिक गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आमंत्रित लोगों की सूची में शामिल हैं। 

टॅग्स :राम मंदिरराम जन्मभूमिअयोध्याउत्तर प्रदेश
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