तस्वीरें: महावीर जयंती 2018: भगवान महावीर के प्रेरक विचार

By लोकमत समाचार हिंदी ब्यूरो | Published: March 29, 2018 07:59 AM2018-03-29T07:59:02+5:302018-03-29T08:44:08+5:30

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प्रत्येक जीव स्वतंत्र है, कोई किसी और पर निर्भर नहीं करता

सभी जीवित प्राणियों के प्रति सम्मान अहिंसा है

आत्मा अकेले आती है अकेले चली जाती है, न कोई उसका साथ देता है न कोई उसका मित्र बनता है

आपकी आत्मा से परे कोई भी शत्रु नहीं है, असली शत्रु आपके भीतर रहते हैं, वो शत्रु हैं- क्रोध, घमंड, लालच,आसक्ति और नफरत

प्रत्येक आत्मा स्वयं में सर्वज्ञ और आनंदमय है, आनंद बाहर से नहीं आता

खुद पर विजय प्राप्त करना लाखों शत्रुओं पर विजय पाने से बेहतर है

स्वयं से लड़ो, बाहरी दुश्मन से क्या लड़ना? वह जो स्वयं पर विजय कर लेगा उसे आनंद की प्राप्ति होगी

हर एक जीवित प्राणी के प्रति दया रखो, घृणा से विनाश होता है

आपने कभी किसी का भला किया हो तो उसे भूल जाओ और कभी किसी ने आपका बुरा किया हो तो उसे भी भूल जाओ

"सत्य" "अहिंसा" धर्म हमारा, "नवकार" हमारी शान है, "महावीर" जैसा नायक पाया… "जैन हमारी पहचान है"