पितृदोष को दूर करने के लिए इंदिरा एकादशी व्रत जरूर करें

By ललित कुमार | Published: October 5, 2018 10:42 AM2018-10-05T10:42:25+5:302018-10-05T10:42:25+5:30

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अगर आपके ऊपर पितृदोष का प्रकोप है तो इस आप इस दोष को दूर करने के लिए इंदिरा एकादशी व्रत कर सकतें हैं। अश्विन मास के कृष्ण पक्ष में पड़ने वाली एकादशी को ही इंदिरा एकादशी के नाम से जाना जाता है। सुबह नहाने के बाद भगवान विष्णु का ध्यान करते समय हाथ में जल, फूल और हाथ में कुछ पैसे लेकर इस व्रत का संकल्प करें। बता दें इस बार इंदिरा एकादशी 5 अक्टूबर को है।

इस दिन पूजा की थाली लेकर भगवान विष्णु की पूजा करें और इस व्रत की कथा की ध्यान से सुनें। इस व्रत में आप केवल फल ही खा सकते हैं और इस दिन ब्राह्मण को फलाहार का भोजन करायें और उन्हें दक्षिणा भी दें।

व्रत की कथा कुछ इस प्रकार है कि रजा इन्द्रसेन ने सपने में अपने पिता को नरक की यातना भोगते देखा। तभी उनके पिता ने कहा कि मुझे इस नरक से मुक्ति दिलाने के कोई उपाय करो। इसके बाद इन्द्रसेन ने नारद मुनि से इसके उपाय के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि तुम आश्विन मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी का व्रत करो। ऐसा करने से आपके पिता को मुक्ति जरूर मिलेगी।

कई बार पितरों का उद्धार सही तरीके से ना हो पाने पर घर में पितृदोष लग जाता है। इस कारण नौकरी में बाधा आना, किसी काम का सही ढंग से पूरा ना होना। लेकिन इस विधिपूर्वक इस व्रत को किया जाए तो इसका फल जरूर देखने को मिलता है।

इंदिरा एकादशी पारणा मुहूर्त : 06:16:27 से 08:37:33 तक, 6 अक्टूबर को अवधि : 2 घंटे 21 मिनट