गहलोत सरकार पर मंडरा रहा खतरा टला, संकट कायम, बैठक में 100 MLA पहुंचे, see pics By सतीश कुमार सिंह | Published: July 13, 2020 04:09 PM2020-07-13T16:09:14+5:302020-07-13T16:15:59+5:30Next Next राजस्थान में अशोक गहलोत सरकार पर मंडरा रहा खतरा अब टलता दिख रहा है, क्योंकि सोमवार को मुख्यमंत्री आवास पर हुई बैठक में 100 से अधिक विधायकों ने हिस्सा लिया और विक्ट्री साइन दिखाकर साफ किया है सीएम अशोक गहलोत के पास बहुमत है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के निवास पर विधायक दल की बैठक शुरू हुई। राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के निवास पर विक्ट्री का निशान दिखाते मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, रणदीप सिंह सुरजेवाला, अजय माकन और अन्य कांग्रेस नेता। कांग्रेस विधायक दल (सीएलपी) की बैठक संपन्न होने के बाद सभी विधायक बस में सवार होकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के आवास से निकले। विधायकों में से एक विधायक ने कहा, "ऑल इज़ वेल"। लेकिन आगे चर्चा करते रहेंगे। जयपुर में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के आवास के बाहर बसें दिखीं। कांग्रेस विधायक दल (CLP) की बैठक यहां चल रही थी, बैठक में 107 विधायक उपस्थित थे। कांग्रेस का दावा है कि उसके पास 109 विधायकों का समर्थन है। एएनआई के अनुसार 107 एमएलए विधायक दल की बैठक में शामिल हुए। इसके बाद अब सबकी नजर सचिन पायलट पर है, जो सोमवार को विधायक दल की बैठक में शामिल नहीं हुए। राजस्थान में कांग्रेस सरकार का संकट टलता दिखाई दे रहा है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मीडिया के सामने विधायकों की परेड करा दी है। गहलोत खेमे ने 100 से ज्यादा विधायकों का समर्थन दिखाकर सरकार बचाने का दावा कर दिया है। दूसरी तरफ डिप्टी सीएम सचिन पायलट भी अपने पास दो दर्जन से ज्यादा विधायक होने की बात कर रहे हैं। ऐसे में ये भी माना जा रहा है कि फिलहाल गहलोत सरकार का संकट टल जरूर गया है, लेकिन शायद खत्म नहीं हुआ है। ये चर्चा इसलिए है क्योंकि राजस्थान विधानसभा में कुल सदस्यों की संख्या 200 है. सरकार चलाने के लिए 101 विधायकों की जरूरत होती है. कांग्रेस के 107 और बीजेपी के 72 विधायक हैं। जबकि बाकी अन्य दलों के साथ निर्दलीय विधायक हैं। सचिन पायलट ने दावा किया है कि उनके पास 25 विधायक हैं, जबकि गहलोत खेमे के समर्थक विधायकों की सूची में 102 विधायकों के नाम फिलहाल हैं। यानी एकदम किनारे पर गहलोत सरकार है। बताया जा रहा है कि पार्टी से नाराज चल रहे सचिन पायलट को मनाना का काम जारी है और इस मोर्चे को खुद प्रियंका गांधी ने संभाला है। प्रियंका सचिन पायलट और अशोक गहलोत से बात कर राजस्थान में जारी राजनीतिक संकट को दूर करने की कोशिश कर रही हैं। सियासी संकट के बीच कांग्रेस ने कहा है कि सचिन पायलट से पिछले 48 घंटे में कई बार बात हुई है। रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि कांग्रेस के दरवाजे खुले हैं और पार्टी किसी की समस्या के समाधान के लिए बात करने को तैयार है। रणदीप सुरजेवाला ने साथ ही कहा कि जिस घर में बर्तन होते हैं वहीं खटकते हैं लेकिन ये साफ है कि राजस्थान में सरकार को कोई खतरा नहीं है।टॅग्स :कांग्रेसराजस्थानजयपुरअशोक गहलोतसोनिया गाँधीराहुल गांधीसचिन पायलटभारतीय जनता पार्टी (बीजेपी)रणदीप सुरजेवालाप्रियंका गांधीCongressRajasthanjaipurAshok GehlotSonia GandhiRahul GandhiSachin PilotBharatiya Janata Party (BJP)Randeep SurjewalaPriyanka Gandhiशेअर :