1 / 6भारत व चीन सीमा पर दोनों देशों के सेनाओं के बीच तनाव जारी है। वायुसेना प्रमुख आरकेएस भदौरिया ने लेह स्थित एयरबेस का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने किसी भी विशेष परिस्थिति के लिए वायुसेना के जवानों को तैयार रहने के लिए कहा है। 2 / 6सूत्रों से मिल रही जानकारी के मुताबिक, वायुसेना ने मिराज 2000 की फ्लीट को भी लद्दाख क्षेत्र के पास मूव कर लिया है, ताकि चीन के पास बॉर्डर पर तुरंत मूव किया जा सके। इसी फ्लीट ने बालाकोट में एयर स्ट्राइक की थी। इससे पहले सुखोई-30 को भी अलर्ट पर रखा गया है। 3 / 6जारी विवाद में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ बिपिन रावत और सेना प्रमुख एमएम नरवणे से मुलाकात करने के बाद आरकेएस भदौरिया लेह पहुंचे थे। बॉर्डर के पास लेह और श्रीनगर एयरबेस काफी अहम हैं। ऐसे में वायुसेना प्रमुख ने यहां की तैयारी और जरूरतों का जायजा लिया है।4 / 6चीन सीमा पर गलवान वैली में सोमवार की रात को दोनों सेनाओं के बीच हुई झड़पों में भारत के 20 जवान शहीद हो गए थे। इसके अलावा, चीनी सेना द्वारा बंधक बनाए गए दो अफसरों व 8 जवानों की कल देर रात को रिहाई हुई है। इस मामले पर भारतीय सेना ने खामोशी अख्तियार कर ली है।5 / 6चीन के साथ जारी विवाद के बीच अपाचे और चिनूक जैसे हेलिकॉप्टर को लद्दाख में तैनात किया गया है, ताकि जवानों को तुरंत मदद पहुंचाई जा सके। अपाचे हेलिकॉप्टर किसी भी मुश्किल परिस्थिति में काम में लाया जा सकता है।6 / 6वायुसेना की हलचल बढ़ी है। श्रीनगर, अम्बाला, आदमपुर, हलवाड़ा जैसे इलाकों में वायुसेना ने अपनी हलचल को बढ़ाया है। बरेली में जो एयरफोर्स का बेस है वह तिब्बत रीजन के पास है ऐसे में उसे अलर्ट किया गया है।