1 / 8वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल आर के एस भदौरिया ने शनिवार को यहां कहा कि वायुसेना लक्ष्य पूरा करने के लिए दृढ़ संकल्पित है और किसी भी आकस्मिक स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार तथा उपयुक्त जगह पर तैनात है। 2 / 8डुंडीगल में वायुसेना अकादमी (एएफए) में कम्बाइंड ग्रैजुएशन परेड (सीजीपी) को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि वायुसेना लक्ष्य पूरा करने के लिए दृढ़ संकल्पित है और वह लद्दाख की गलवान घाटी में हमारे शूरवीरों के बलिदान को कभी व्यर्थ नहीं जाने देगी। 3 / 8उनका यह बयान सोमवार रात को लद्दाख की गलवान घाटी में चीन के साथ हिंसक झड़प में भारत के 20 सैनिकों के शहीद होने के बाद आया है। भदौरिया ने कहा, ‘‘हमारे क्षेत्र में सुरक्षा परिदृश्य हमारे सशस्त्र बलों को हर समय तैयार और सतर्क रहने को कहता है। लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर स्थिति इस बात का छोटा सा नजारा है कि बेहद कम समय में स्थिति से निपटने के लिए हमें की क्या करने की जरूरत है।’’ 4 / 8सैन्य वार्ता के दौरान हुए समझौतों के बाद चीन की अस्वीकार्य कार्रवाई और उसके परिणामस्वरूप जान के नुकसान के बावजूद सभी प्रयास यह सुनिश्चित करने के लिए किए जाते हैं कि वास्तविक नियंत्रण रेखा पर मौजूदा स्थिति शांतिपूर्ण तरीके से हल हो जाए।5 / 8वायुसेना प्रमुख ने कहा कि चीनी बलों के साथ झड़प के दौरान हमारे सैनिकों की वीरता ने किसी भी कीमत पर अपने देश की संप्रभुता की रक्षा करने के संकल्प को दर्शाया है। 6 / 8चीन से निपटने के लिए सेना पूरी तरह से तैयार है। पूरी तरह से तत्पर है। चीन लगातार गुस्ताखी कर रहा है। सीमा पर चीन की चालबाजियां लगातार जारी है लेकिन भारत भी तैयार है। सेना ने कमर कस ली है। लेह-लद्दाख में मिराज 2000 की फ्लीट तैनात की जा चुकी है। साथ ही सुखोई विमानों को भी हाईअलर्ट पर रखा गया है।7 / 8चीन से सटी जिस सरहद पर चंद रोज पहले भारत और चीन के सैनिकों की खूंखार भिड़ंत हुई थी, वहां का आसमान भारतीय लड़ाकू विमानों और हेलीकॉप्टरों की गर्जना से गूंज उठा है। संदेश साफ है कि भारत 1962 वाली गलती हर बार दोहराने की गलती नहीं करेगा। 8 / 8वायुसेना प्रमुख RKS भदौरिया ने श्रीनगर होते हुए लेह पहुंच गए और वायुसेना की तैयारियों का जायजा लिया। भारत ने चीनी हरकत को देखते हुए चीन की सीमा पर अपने लड़ाकू विमान तैनात कर दिए हैं। खबर है कि एयरफोर्ट ने सुखोई-30, मिराज 2000 और जगुवार फाइटर एयरक्राफ्ट को फॉरवर्ड बेस पर तैयार रखा है, ताकि शॉर्ट नोटिस पर भी ये उड़ान भर सकें।