महाराष्ट्र के भंडारा जिला अस्पताल में आग, 10 नवजात बच्चों की मौत, 7 को बचाया

By सतीश कुमार सिंह | Published: January 9, 2021 03:28 PM2021-01-09T15:28:05+5:302021-01-09T15:34:04+5:30

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महाराष्ट्र के भंडारा जिला अस्पताल में शुक्रवार देर रात विशेष नवजात देखरेख इकाई में आग लगने से 10 नवजात बच्चों की मौत हो गई जबकि सात बच्चों को सुरक्षित बचा लिया गया। डॉक्टरों ने यह जानकारी दी। एक डॉक्टर ने बताया कि नवजात बच्चों की आयु एक महीने से तीन महीने के बीच थी। 

राज्य स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने कहा कि तीन नवजात शिशुओं की जलने से, वहीं सात शिशुओं की दम घुटने से मौत हो गई। साथ ही उन्होंने कहा कि घटना की जांच के आदेश दिए गए हैं और दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। 

मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने इस घटना पर दुख व्यक्त करते हुए जांच के आदेश दिए हैं। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि घटना में जान गंवाने वाले शिशुओं के परिजन को पांच-पांच लाख रुपए अनुग्रह राशि के तौर पर दिए जाएंगे। 

डॉक्टरों के अनुसार भंडारा जिला अस्पताल में शुक्रवार देर रात एक बजकर 30 मिनट के आसपास आग लग गयी। इकाई में 17 बच्चे थे, जिनमें से सात को बचा लिया गया। 

टोपे ने एक वीडियो संदेश में कहा, ‘‘प्रारंभिक सूचनाओं से पता चला है कि भंडारा जिला अस्पताल में तीन नवजात शिशुओं की आग में जलने से वहीं सात शिशुओं की धुएं में दम घुटने से मौत हो गई।’’

राष्ट्रपति कोविंद ने ट्वीट में कहा, ‘‘महाराष्ट्र के भंडारा में हुए अग्निकांड में शिशुओं की असामयिक मृत्यु से मुझे गहरा दु:ख हुआ है। इस हृदय-विदारक घटना में अपनी संतानों को खोने वाले परिवारों के प्रति मेरी संवेदनाएं।’’ 

प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट किया, ‘‘महाराष्ट्र के भंडारा में हुई हृदय-विदारक घटना में हमने कई अनमोल मासूमों को खो दिया। मेरी संवदेनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं। मैं घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं।’’ 

महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने दुख प्रकट करते हुए कहा, ‘‘ भंडारा सिविल अस्पताल में आग लगने की घटना से बेहद दुखी हूं। इस घटना का शिकार हुए मासूम बच्चों के परिजन के प्रति मेरी संवेदनाएं।’’ 

राहुल गांधी ने कहा, ''भंडारा जिला अस्पताल में आग लगने की दुर्भाग्यपूर्ण घटना बहुत ही दुखद है। बच्चों के परिवारों के साथ मेरी संवेदना है।’’ कांग्रेस नेता ने कहा, "मैं महाराष्ट्र सरकार से अपील करता हूं कि पीड़ित परिवारों को हरसंभव मदद मुहैया कराई जाए।"

पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस ने इस घटना को ‘बेहद दर्दनाक’ बताते हुए विस्तृत जांच की मांग की है।

जिला सिविल सर्जन प्रमोद खंडाते ने बताया कि भंडारा जिला अस्पताल में शुक्रवार देर रात एक बजकर 30 मिनट के आसपास आग लग गयी। इकाई में 17 बच्चे थे, जिनमें से सात को बचा लिया गया। उन्होंने बताया कि सबसे पहले एक नर्स ने अस्पताल के नवजात शिशु देखभाल विभाग से धुआं उठते देखा। (सभी फाइल फोटो)