Health Tips: गुड़हल के फूल से डायबिटीज जैसी 8 बीमारियों से होगा बचाव

By संदीप दाहिमा | Published: October 9, 2020 06:24 PM2020-10-09T18:24:06+5:302020-10-09T18:24:06+5:30

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गुड़हल के फूलों का शरबत दिल एवं दिमाग की शक्ति के लिए काफी लाभदायक होता है। यह याददास्त शक्ति को बढ़ाता है। इसके लिए गुड़हल की 10 पतियां एवं दस फूलों को सुखाकर पीस लें तथा इस चूर्ण का 3 से 5 ग्राम प्रतिदिन सुबह-शाम दूध के साथ सेवन करें। इसे यादाश्त की कमजोरी दूर हो जाती है।

गुड़हल की 20- 25 पतियों का नियमित सेवन डायबिटीज के रोगियों के लिए काफी फायदेमंद हो साता है। यह शुगर को नियंत्रित करने में मददगार होता है।

अगर बाल झड़ने की समस्या हो तो गुड़हल, फूल मेथी दाना और बेर की पत्तियों को पीसकर पेस्ट बना लें। अब इस पेस्ट को बालों पर लगाकर थोड़ी देर के लिए छोड़ दें। इसके बाद बाल धो लें। ऐसा करने से आपके बाल स्वस्थ मजबूत तथा झड़ना बंद हो जाता है। केवल गुड़हल की पत्तियों को भी पीसकर बालों में लगाने से लाभ होता है।

गुड़हल विटामिन सी से भरपूर होता है। इसके पत्तियों का सेवन चाय या अन्य रूपों में करने से सर्दी, खांसी में भी काफी राहत मिलता है। गुड़हल का शरबत बुखार में भी काफी फायदेमंद होता है। इसके लिए सो फूलों का रस निकालकर शर्बत बनाकर पीने से राहत मिलता है।

गुड़हल की पत्तियां खुजली एवं जलन में भी राहत देती है। साथ ही सूजन को खत्म कर देता है। इसके लिए इसकी पत्तियों को अच्छी तरह से पीसकर पेस्ट बना लें तथा प्रभावित स्थान पर इसका प्रयोग करें। इसके प्रयोग से जलन तुरंत दूर होता है तथा खुजली धीरे-धीरे खत्म हो जाता है।

गुड़हल के फूलों में आयरन प्रचुर मात्रा में पाया जाता है अतः यह महिलाओं में होने वाली एनीमिया यानी खून की कमी को भी दूर करने में मददगार होता है। इसके लिए 40- 50 गुड़हल की कलियों को सुखाकर पीसकर पाउडर बनाकर सुबह-शाम इस पाउडर का 3 से 5 ग्राम प्रतिदिन एक कप दूध के साथ 1 महीने तक लेना चाहिए।