Health Tips: फैटी लिवर की समस्या से छुटकारा दिलाएंगे ये आयुर्वेदिक उपचार By संदीप दाहिमा | Published: October 7, 2020 06:18 AM 2020-10-07T06:18:05+5:30 2020-10-07T06:18:05+5:30
Next Next आमतौर पर फैटी लिवर पर कोई संबंधित लक्षण नहीं होता है। आप थकान या सष्ट पेट की बेचैनी का अनुभव कर सकते हैं। आपका यकृत थोड़ा बड़ा हो सकता है जो आपको डॉक्टर शारीरिक परीक्षा के दौरान पता लगा सकते हैं। इसके लक्षणों में भूख की कमी, पेट में दर्द, शारीरिक कमजोरी, थकान, वजन घटना, उलझन, अकबकाहट, फुला हुआ तरल पदार्थ भरा, पीलिया और आंखों का पीलापन, उल्टी, जी मिचलाना शामिल हैं।
अपने लिवर की रक्षा करना फैटी लीवर और इसकी जटिलताओं को रोकने की सर्वोत्तम तरीकों में से एक है। इसमें कम मात्रा में मादक पदार्थ पीना या नहीं पीना।
मिल्क थिस्ल एक तरह का पौधा होता है। जिसमें बैगनी रंग के फूल लगे होते हैं। इसका प्रयोग औषधियां बनाने में होता है। मैरीलैंड मेडिकल सेंटर यूनिवर्सिटी के अनुसार मिल्क थिस्ल से लिवर और पिताशय के इलाज का पुराना इतिहास रहा है। कुछ सामान्य परिस्थितियों में मिल्क थिस्ल से लीवर के साथ-साथ हेपेटाइटिस, पथरी और सिरोसिस का भी इलाज किया जा सकता है।
वैसे तो हल्दी कई गुणों से भरपूर है जो कई रोगों को दूर करने और रोकने में मददगार होता है। चीनी और आयुर्वेदिक दवाओं में भी हल्दी का इस्तेमाल किया जाता है। हल्दी लिवर, त्वचा और पाचन तंत्र को ठीक करने में मददगार होती है। हल्दी में एंटी इन्फ्लेमेटरी के साथ-साथ एंटीऑक्सीडेंट के गुण भी मौजूद होते हैं जो लिवर सेल्स को डैमेज होने से बचाता है।
लहसुन लगभग हर किसी के खाने का हिस्सा होता है। यदि आप नहीं खाते हैं और लीवर को स्वस्थ रखना चाहते हैं तो आप लहसुन का उपयोग शुरू कर सकते हैं। यह लिवर को स्वस्थ रखने में मदद करता है क्योंकि लहसुन में हैपेटॉप्रोटेक्टिव का गुण पाया जाता है जो कि लीवर की कार्य क्षमता को बढ़ाता है।
एक्सरसाइज कई रोगों को दूर करने के लिए मददगार होता है। आप एक्सरसाइज के माध्यम से भी लिवर फैट को कम कर सकते हैं। इसके लिए आपको अपनी दिनचर्या के साथ-साथ जीवन शैली में भी कुछ परिवर्तन करने होंगे।