पुण्यतिथि विशेषः आज भी जेहन में खौफ पैदा कर देते हैं अमजद खान के ये दमदार डॉयलाग

By हर्ष वर्धन मिश्रा | Published: July 27, 2019 03:43 PM2019-07-27T15:43:41+5:302019-07-27T15:43:41+5:30

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बॉलीवुड के गब्बर सिंह से के नाम से मशहूर अमजद खान का निधन 27 जुलाई 1992 में हुआ था। उन्होंने आपने पूरे जीवन में बहुत सी फिल्म में काम किया है और अपने दमदार एक्टिंग से लोगों का दिल भी जीता है। आज अमजद खान की पुण्यतिथि पर उनकी फिल्मों के शानदार डायलॉग पर एक नजर...

शोले : यहां से पचास पचास कोस दूर गांव में... जब बच्चा रात को रोता है तो मां कहती है कि बेटे सो जा... सो जा नहीं तो गब्बर आ जाएगा।

शोले: क्या समझकर आए थे... कि सरदार बहुत खुश होगा, शाबाशी देगा?

शोले: ये रामगढ़ वाले अपनी बेटियों को कौन चक्की का पिसा आटा खिलाते हैं रे?

कालिया: दौलत का पेड़ जब भी उगता है... पा की जमीन में ही उगता है।

लावारिस: औलाद ना हो तो दुख होता है... औलाद हो और मर जाए तो बहुत दुख होता है... लेकिन जब औलाद हो और नालायक, तो बर्दाश्त नहीं होता।

क़ुरबानी: इस पिस्टल में तीन गोलियां हैं... कितनी खाओगे

कसमें वादे: कभी कभी दुश्मन की जिंदगी उसकी मौत से ज्यादा फायदेमंद होती है।