कॉमनवेल्थ गेम्स 2018: शूटिंग में इन पांच चेहरों पर होगी भारतीय फैंस की नजर, गोल्ड पर लगेगा निशाना?

By विनीत कुमार | Published: March 31, 2018 07:17 AM2018-03-31T07:17:11+5:302018-03-31T07:17:11+5:30

ग्लासगो में नारंग ने एक सिल्वर और एक ब्रॉन्ज अपनी झोली में डाला था। वहीं, 2012 में हुए ओलंपिक में भी ब्रॉन्ज जीता था।

commonwealth games 2018 jeetu rai gagan narang top 5 shooters in indian contingent | कॉमनवेल्थ गेम्स 2018: शूटिंग में इन पांच चेहरों पर होगी भारतीय फैंस की नजर, गोल्ड पर लगेगा निशाना?

कॉमनवेल्थ गेम्स 2018 में भारतीय शूटर्स पर दारोमदार

Highlightsकॉमनवेल्थ गेम्स में भारत के लिए शूटिंग से आते रहे हैं मेडलग्लासगो कॉमनवेल्थ गेम्स में 64 में से 17 मेडल निशानेबाजी से आएइस बार जीतू राय सहित गगन नारंग और 16 साल की मनु भाकर से भी मेडल की उम्मीद

नई दिल्ली, 30 मार्च: कॉमनवेल्थ गेम्स में शूटिंग पिछले कुछ सालों से भारत की झोली में सबसे ज्यादा मेडल डालने वाले खेलों में से एक साबित हुआ है। कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत के खाते में अब तक आए 438 मेडल में 114 केवल निशानेबाजी से आए हैं। यही नहीं, 2014 में ग्लासगो कॉमनवेल्थ गेम्स में ही भारत के खाते में आए 64 मेडल्स में 17 निशानेबाजी से आए। तब भारत ने 30 सदस्यी शूटिंग दल भेजा था।

इस बार भारत ने 27 सदस्यीय शूटिंग दल ऑस्ट्रेलिया के गोल्ड कोस्ट भेजा है। एथेलेटिक्स के बाद यह भारत का दूसरा सबसे बड़ा दल है। आईए, नजर डालते हैं कॉमनवेल्थ गेम्स के लिए कैसी है हमारे शूटर्स की तैयारी और कौन से हैं वे बड़े नाम जो भारत को दिलाएंगे मेडल....  

जीतू राय- पिछली बार 2014 में ग्लासगो में हुए कॉमनवेल्थ गेम्स में 50 मीटर एयर पिस्टर स्पर्धा में गोल्ड मेडल जीतने वाले दिग्गज निशानेबाज जीतू राय इस बार भी भारतीय निशानेबाजी दल की सबसे बड़ी उम्मीद हैं। नेपाल में जन्में जीतू 2008 में शूटिंग के खेल में उतरे। इससे दो साल पहले 2006 में उन्होंने 20 साल की उम्र में भारतीय सेना के 11 गोरखा राइफल रेजीमेंट से जुड़े। साल 2013 के वर्ल्ड कप में 9 दिनों में तीन मेडल जीतकर चर्चा में आए जीतू 2016 के रियो ओलंपिक में भी मेडल के बड़े दावेदार थे। हालांकि, 10 मीटर पिस्टल में तब उन्हें 8वें और 50 मीटर पिस्टल इवेंट में 14वें स्थान से् संतोष करना पड़ा। बहरहाल, जीतू इस बार 10 मीटर एयर पिस्टल और 50 मीटर पिस्टल स्पर्धा में हिस्सा ले रहे हैं। 10 मीटर एयर पिस्टल में जीतू को काफी अनुभव है इसलिए मेडल की उम्मीद की जा सकती है। (और पढ़ें- सुशील कुमार को मिली कॉमनवेल्थ गेम्स 2018 की लिस्ट में एंट्री, शुरुआत में गायब था नाम)

गगन नारंग- भारतीय शूटिंग दल के इस सबसे अनुभवी निशानेबाज ने पिछले तीनों कॉमनवेल्थ गेम्स में मेडल जीता है। 2006 और 2010 में चार-चार गोल्ड जीत चुके नारंग इस बार भी 50 मीटर रायफल प्रोन स्पर्धा में मेडल की दावेदारी करेंगे। ग्लासगो में नारंग ने एक सिल्वर और एक ब्रॉन्ज अपनी झोली में डाला था। वहीं, 2012 में हुए ओलंपिक में भी ब्रॉन्ज जीता था। हालांकि, 2016 का साल उनके लिए बहुत अच्छा नहीं गुजरा और रियो ओलंपिक में वह कुछ भी खास नहीं कर पाए। यही नहीं, वे वर्ल्ड कप के लिए भी क्वॉलीफाई नहीं कर सके। वहीं, पिछले साल कॉमनवेल्थ शूटिंग चैम्पियनशिप्स में उन्होंने सिल्वर मेडल जीता।


हिना सिद्धू- हिना पर अपने 2010 के कॉमनवेल्थ गेम्स का प्रदर्शन दोहराने का दारोमदार होगा। उन्होंने दिल्ली में हुए उस कॉमनवेल्थ गेम्स में 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा टीम स्पर्धा में गोल्ड जीता था। वहीं, 10 मीटर एयर पिस्टल में सिल्वर मेडल भी अपने नाम किया था। हालांकि, ग्लासगो में वह कुछ खास नहीं कर सकीं और 10 मीटर एयर पिस्टल में 7वें स्थान पर रहीं। लंदन ओलंपिक में भी सिद्धू से उम्मीदें थी लेकिन वह फाइनल में जगह नहीं बना सकी और क्वॉलीफिकेशन राउंड में 12वें स्थान पर रहीं। वहीं, रियो ओलंपिक में भी उन्होंने निराश किया। वह 10मीटर एयर पिस्टल में 14वें और 25 मीटर एयर पिस्टल में 20वें स्थान पर रहीं। लेकिन इन सबके बावजूद हिना के पिछले साल के प्रदर्शन को नहीं भूलना चाहिए। उन्होंने अक्टूबर में ब्रिस्बेन में हुए कॉमनवेल्थ शूटिंग चैम्पियनशिप में 10 मीटर एयर पिस्टल में गोल्ड मेडल जीता। वहीं जीतू राय के साथ पिछले वर्ल्ड कप में 10 मीटर एयर पिस्टल का भी टीम इवेंट अपने नाम किया।

अपूर्वी चंदेला- पिछली बार ग्लासगो में हुए कॉमनवेल्थ गेम्स में महिलाओं के 10 मीटर एयर रायफल इवेंट में गोल्ड जीतने वाली चंदेला इस बार भी इसी वर्ग में चुनौती पेश करेंगी। रियो ओलंपिक से पहले अपने बेहतरीन लय में नजर आ रही चंदेला के लिए हालांकि ब्राजील का सफर अच्छा नहीं रहा था। वह फाइनल के लिए भी क्वॉलीफाई नहीं कर सकीं और 51 निशानेबाजों में 34वें स्थान पर रहीं। (और पढ़ें- कॉमनवेल्थ गेम्स 2018: इन 7 भारतीय खिलाड़ियों से रहेंगी गोल्ड मेडल जीतने की उम्मीदें)

मनु भाकर- 16 साल की मनु पहली बार कॉमनवेल्थ गेम्स में हिस्सा लेंगी। हालांकि, हाल के उनके प्रदर्शनों ने उनसे उम्मीदें काफी बढ़ दी हैं। मनु ने इस महीने ISSF सीनियर वर्ल्ड कप के 10 मीटर एयर पिस्टल इवेंट के मिक्स्ड और व्यक्गित इवेंट्स में दो गोल्ड जीते और वह ISSF वर्ल्ड कप में सबसे कम उम्र में गोल्ड जीतने वाली भारतीय बन गईं। मनु हरियाणा की हैं और माना जा रहा है कि वह गोल्ड कोस्ट में बड़ा कमाल करेंगी।

शूटिंग की 15 सदस्यीय भारतीय पुरुष टीम

संजीव राजपूत, चैन सिंह (50 मीटर रायफल थ्री पोजीशन), चैन सिंह, गगन नारंग (50 मीटर रायफल प्रोन), रवि कुमार, दीपक कुमार (10 मीटर रायफल), अनीश, नीरज कुमार (25 मीटर रैपिड फायर पिस्टल), जीतू राय, ओम प्रकाश मिठरवाल (50 मीटर फ्री पिस्टल), जीतू राय, ओम प्रकाश (10 मीटर पिस्टल), मानवजीत सिंह संधु, कीनन चेनाई (ट्रैप), मोहम्मद असब, अंकुर मित्तल (डबल ट्रैप), स्मित सिंह, सीरज शेख (स्कीट)।

शूटिंग की 12 सदस्यीय भारतीय महिला टीम

अंजुम मुद्गिल, तेजस्वनी सावंत (50 मीटर रायफल 3 पोजीशन), अंजुम और तेजस्वनी सावंत (50 मीटर रायफल प्रोन), अपूर्वी चंदेला और मेहुली घोष (10 मीटर एयर रायफल), हिना सिद्धू और अनुराज सिंह (25 मीटर स्पोर्ट्स पिस्टल), हिना सिद्धू और मनु भाकर (10 मीटर एयर पिस्टल), श्रेयषी सिंह और सीमा तोमर (ट्रैप), श्रेयषी सिंह और वर्षा बर्मन (डबल ट्रैप), सानिया शेख और महेश्वरी चौहान (स्कीट)। कॉमनवेल्थ गेम्स-2018 से जुड़ी हर खबर यहां पढ़ें

Web Title: commonwealth games 2018 jeetu rai gagan narang top 5 shooters in indian contingent

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