कॉमनवेल्थ गेम्स 2018: इन 7 भारतीय खिलाड़ियों से रहेंगी गोल्ड मेडल जीतने की उम्मीदें
By अभिषेक पाण्डेय | Published: March 30, 2018 07:16 AM2018-03-30T07:16:44+5:302018-03-30T07:16:44+5:30
2018 Commonwealth Games: 21वें कॉमनवेल्थ गेम्स ऑस्ट्रेलिया के गोल्ड कोस्ट में चार अप्रैल से शुरू हो रहे हैं।
4 अप्रैल से 15 अप्रैल तक ऑस्ट्रेलिया के गोल्ड कोस्ट में आयोजित होने वाले 21वें कॉमनवेल्थ गेम्स के लिए भारत ने 221 एथलीटों का भारीभरकम दल भेजा है। इन खेलों में भारत के सबसे ज्यादा 31 एथलीट एथलेटिक्स में और 27 एथलीट शूटिंग में हिस्सा ले रहे हैं। आइए एक नजर डालते हैं इन खेलों में भारत के लिए गोल्ड जीतने के प्रमुख दावेदार माने जा रहे एथलीटों पर।
1. पीवी सिंधु: पिछले कॉमनवेल्थ गेम्स में ब्रॉन्ज मेडल जीतने वाली स्टार बैडमिंटन खिलाड़ी को इस बार के कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत के लिए गोल्ड मेडल जीतने की सबसे बड़ी उम्मीद माना जा रहा है। दुनिया की नंबर 3 खिलाड़ी सिंधु ने 2016 में रियो ओलंपिक में सिल्वर मेडल जीतते हुए नया इतिहास रचा था और ये कारनामा करने वाली पहली भारतीय बनी थीं।
2. जीतू राय: 2014 में अपने पहले ही कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड जीतने वाले जीतू राय को इस बार भी शूटिंग में गोल्ड का प्रबल दावेदार माना जा रहा है। जीतू कॉमनवेल्थ के अलावा एशियन गेम्स में भी गोल्ड मेडल जीत चुके हैं। इसके अलावा वह ISSF वर्ल्ड कप में भी दो मेडल जीत चुके हैं।
3.दीपिका पल्लीकल कार्तिक-जोशना चिनप्पा: क्रिकेटर दिनेश कार्तिक से शादी के बाद दीपिका पल्लीकल से कार्तिक बनी ये स्टार खिलाड़ी पिछले कॉमनवेल्थ गेम्स में जोशना चिनप्पा के साथ स्क्वैश के महिला डबल्स का खिताब जीतकर पहले ही इतिहास रच चुकी हैं। दीपिका ने उसी साल एशियन गेम्स में महिला सिंगल्स का ब्रॉन्ज मेडल भी जीता था। इस जोड़ी से इस कॉमनवेल्थ गेम्स में भी गोल्ड की उम्मीदें रहेंगी।
4.एमसी मैरी कॉम: भारतीय महिला बॉक्सिंग का चेहरा माने जाने वाली मैरी कॉम पहली बार इन खेलों में हिस्सा ले रही हैं। मैरी कॉम पांच बार की वर्ल्ड चैंपियन हैं और वह 2012 के लंदन ओलंपिक में ब्रॉन्ज मेडल जीतकर ये कारनाम करने वाली पहली बनी थीं। मैरी कॉम एशियन गेम्स में दो गोल्ड जीत चुकी हैं, ऐसे में उनकी नजरें कॉमनवेल्थ में गोल्ड जीतकर अनोखा रिकॉर्ड बनाने पर होंगी।
5.किदांबी श्रीकांत: चार साल पहले श्रीकांत कॉमनवेल्थ गेम्स के तीसरे दौर में हार गए थे। लेकिन इन चार सालों में वह अब दुनिया के टॉप खिलाड़ियों में शुमार हो चुके हैं। पिछले साल वह चार सुपर सीरीज खिताब जीतने वाले पहले भारतीय बने थे। दुनिया के नंबर दो खिलाड़ी श्रीकांत गोल्ड कोस्ट कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड मेडल जीतने की भारत की सबसे बड़ी उम्मीदों में से एक होंगे।
6.साक्षी मलिक: चार साल पहले कॉमनवेल्थ गेम्स में सिल्वर जीतने वाली साक्षी मलिक ने रियो ओलंपिक में ब्रॉन्ज मेडल जीतते हुए इतिहास रचा था। साक्षी ने 2015 के दोहा एशियन चैंपियनशिप में ब्रॉन्ज और 2017 के नई दिल्ली एशियन चैंपियनशिप में सिल्वर मेडल जीता था।
7.मनु भाकर: इस 16 वर्षीय निशानेबाज ने अपने पहले ISSF सीनियर वर्ल्ड कप में दो गोल्ड मेडल जीतते हुए सनसनी मचा दी। हरियाणा से आने वाली भाकर ने इस महीने आयोजित हुए ISSF सीनियर वर्ल्ड कप के 10 मीटर एयर पिस्टल इवेंट के मिक्स्ड और व्यक्गित इवेंट्स में दो गोल्ड जीते और वह ISSF वर्ल्ड कप में सबसे कम उम्र में गोल्ड जीतने वाली भारतीय बन गईं। भाकर गोल्ड कोस्ट में अपना जलवा दिखाने के लिए बेताब होंगी।