नई दिल्ली: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद पवार) गुट के नेता रोहित पवार ने दावा किया है कि राज्य विधानमंडल के आगामी मानसून सत्र के बाद महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी में बड़ी टूट होने वाली है। रोहित पवार ने दावा किया है कि राकांपा के 18 से 19 विधायक मानसून सत्र के बाद उनके पक्ष में आ जाएंगे।
मुंबई में पत्रकारों से बात करते हुए रोहित पवार ने कहा कि ऐसे कई एनसीपी विधायक हैं जिन्होंने जुलाई 2023 में एनसीपी में हुई टूट के बाद पार्टी के संस्थापक शरद पवार और अन्य वरिष्ठ नेताओं के खिलाफ कभी भी बुरा नहीं बोला।
रोहित पवार राकांपा (शरदचंद्र पवार) के अध्यक्ष शरद पवार के पोते हैं। अभी ये विधायक उपमुख्यमंत्री अजित पवार का साथ क्यों नहीं छोड़ रहे हैं इस पर भी रोहित पवार ने खुलासा किया। उन्होंने कहा कि विधायकों को विधानसभा सत्र में भाग लेना है और अपने निर्वाचन क्षेत्रों के लिए विकास निधि प्राप्त करनी है। इसलिए वे सत्र समाप्त होने तक प्रतीक्षा करेंगे। रोहित पवार ने कहा कि 18 से 19 विधायक हमारे और पवार साहब के संपर्क में हैं, और वे मानसून सत्र के बाद उनके पक्ष में आ जाएंगे।
2019 में महराष्ट्र के विधानसभा चुनावों में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने 54 विधानसभा सीटें जीती थीं। जुलाई 2023 में जब पार्टी विभाजित हुई, तो अजित पवार के नेतृत्व वाले गुट ने लगभग 40 विधायकों के समर्थन का दावा किया। विधानमंडल का मानसून सत्र 27 जून से शुरू होगा और 12 जुलाई को समाप्त होगा। राज्य में अक्टूबर में होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले यह आखिरी सत्र होगा।
जित पवार ने जुलाई 2023 में अपने चाचा व राकांपा के संस्थापक शरद पवार के खिलाफ बगावत की थी और एकनाथ शिंदे नीत सरकार में शामिल हो गये थे। अजित की पत्नी सुनेत्रा ने बीते लोकसभा चुनाव में महाराष्ट्र में बारामती लोकसभा क्षेत्र से शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले के खिलाफ चुनाव लड़ा। हालांकि इस चुनाव में सुप्रिया की जीत हुई।