ग्वालियरः केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उन्हें भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाए जाने को लेकर जारी अटकलों पर मंगलवार को कहा कि उन्होंने इस बारे में कभी सोचा भी नहीं है और ना ही उनसे किसी ने कहा है। चौहान ने कहा कि उनके हर रोम में खेती और सांस में किसान है तथा चिड़िया की आंख की तरह उनका एक ही लक्ष्य है कि कृषि का उत्पादन कैसे बढ़े और किसानों की आय कैसे बढ़े। यहां एक संवाददाता सम्मेलन में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत से उनकी कथित मुलाकात और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष को लेकर उनके नाम की अटकलों के बारे में पूछे जाने पर शिवराज चौहान ने कहा कि वर्तमान में वह कृषि और ग्रामीण विकास मंत्री हैं और 'पूजा' की तरह इस कार्य को कर रहे हैं।
केंद्रीय मंत्री ने कहा, "किसानों की सेवा मेरे लिए भगवान की पूजा है और यही पूजा मैं करते रहना चाहता हूं।" करीब 17 साल तक चार बार मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे शिवराज ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उन्हें कृषि और किसान कल्याण मंत्री और ग्रामीण विकास मंत्री का दायित्व सौंपा है। उन्होंने कहा, "इस समय मेरे हर रोम में खेती और सांस में किसान है।
चिड़िया की आंख की तरह एक ही लक्ष्य है कि कृषि का उत्पादन कैसे बढ़े, किसानों की आय कैसे बढ़े, ग्रामीण क्षेत्र का विकास कैसे हो, लखपति दीदी कैसे बने।" चौहान ने कहा, "इसके अलावा ना तो मैंने कभी सोचा है, ना मुझे किसी ने कहा है और ना ही मैं कभी सोच सकता हूं। मैं कृषि और ग्रामीण विकास मंत्री हूं।" भाजपा के मौजूदा अध्यक्ष जे पी नड्डा का कार्यकाल करीब दो साल पहले समाप्त हो गया था।
उसके बाद उनके कार्यकाल को विस्तार मिला। भाजपा के संविधान के मुताबिक पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष का कार्यकाल तीन साल का होता है। साल 2014 में नरेन्द्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद अमित शाह को तीन साल के लिए पार्टी अध्यक्ष बनाया गया था। साल 2017 में फिर से तीन साल के लिए अमित शाह को इस पद के लिए चुना गया। इसके बाद साल 2020 में नड्डा पार्टी अध्यक्ष बने।