पटनाः बिहार में भाजपा विधायक निक्की हेम्ब्रम की ‘सुंदरता’ की तारीफ किए जाने को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार विपक्ष के निशाने पर हैं. राजद के साथ-साथ राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव की बेटी रोहिणी आचार्या ने एक बार फिर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी पर व्यक्तिगत हमला बोला है.
राजद ने इसे लेकर नीतीश कुमार पर जहां तंज कसा है, वहीं रोहिणी आचार्य ने आपत्तिजनक शब्दों का भी इस्तेमाल किया है. रोहणी ने ट्वीट कर जहां मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को तीन नंबर पार्टी का मुखिया बताया, वहीं सुशील मोदी के लिए अपशब्द कह डाला.
उन्होंने एक ट्वीट में कटाक्ष करते हुए बांका के कटोरिया से भाजपा विधायक निक्की हेमब्रम को सुंदर कहने पर भी मुख्यमंत्री को निशाने पर लेते हुए लिखा-महिलाओं की सुंदरता ही निहारता रह गया तीन नंबरी पार्टी का मुखिया बिहार को फिसड्डी राज्य का दर्जा जो दिला दिया. इसके बाद रोहिणी ने लिखा रंगीन मिजाजी के चर्चे सरेआम हैं, इस उम्र में भी चच्चा बदनाम है..
दरअसल, शीतकालीन सत्र की शुरुआत से पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में एनडीए (राजग) विधायकों की एक बैठक बुलाई गई थी. इस दौरान कटोरिया विधायक निक्की हेमब्रम ने आदिवासी समुदाय की समस्या बताते हुए मुख्यमंत्री से महुआ का शराब के अलावा वैकल्पिक उपयोग करने को कहा था.
जिसके बाद नीतीश कुमार ने उन्हें बीच में टोकते हुए बोलना शुरू किया कि आप इतनी सुंदर हैं, लेकिन आपको मालूम है कि आदिवासियों के लिए हमने क्या-क्या किया है और आपका विचार बिल्कुल उल्टा है. फिर उन्होंने ये भी कहा कि आप अपने विधान सभा क्षेत्र में नहीं जाती हैं.
वहीं, विधायक का आरोप है कि मुख्यमंत्री ने उनकी पूरी बात नहीं सुनी और कह दिया कि आप इतनी सुंदर हैं, ऐसी बात कैसे कर सकती हैं. खुद निक्की हेम्ब्रम ने मीडिया से कहा कि मुख्यमंत्री ने जो उनसे कहा उसे मैं सार्वजनिक तौर पर दोहरा नहीं सकती. उन्होंने कहा कि यह मेरी मर्यादा को ठेस पहुंचाने वाला है और मैंने पार्टी फोरम में अपनी बात कह दी है.
इसबीच इस मामले को तूल पकड़ता देख एनडीए के दोनों घटक दलों भाजपा और जदयू की ओर से बैकडोर मामले को सुलझाने की कोशिश में लग गए हैं. उधर, राजद ने अपने ऑफिसियल ट्वीटर हैंडल पर उनका वीडियो पोस्ट कर लिखा है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एनडीए विधायक दल की बैठक में आदिवासी समाज की भाजपा महिला विधायक के प्रति अमर्यादित भाषा का प्रयोग किया.
इससे माननीय विधायक आहत हैं. क्या मुख्यमंत्री पद पर बैठे एक बुजुर्ग एवं अनुभवी नेता नीतीश कुमार को ऐसी आपत्तिजनक भाषा का प्रयोग करना चाहिए? वहीं, महिला विधायक पर कमेंट का मुद्दा उठाने के तकरीबन चार घंटे बाद रोहणी आचार्या ने बिहार में अपराध को लेकर एक और ट्वीट किया.
इसमें उन्होंने सुशील मोदी के लिए अभद्र टिप्पणी करते हुए गया जिले में कुछ साल पहले पितृपक्ष मेला के दौरान कही बात याद दिलाई. रोहिणी ने लिखा कि सुशील मोदी ने अपराधियों के पैर पकडकर बिहार में घटना करने से मना किया था. इसके बाद भी अपराधी इनकी बात नहीं मानें. गौरतलब है कि रोहिणी आचार्या अपने विवादित बयानों को लेकर हमेशा सुर्खियों में रही हैं.