लाइव न्यूज़ :

उम्रकैद की सजा काट रहे यासीन मलिक की तिहाड़ जेल में हुई तबियत खराब, दिल्ली के अस्पताल में कराया गया भर्ती

By आशीष कुमार पाण्डेय | Updated: July 27, 2022 16:14 IST

कश्मीर के अलगाववादी नेता यासीन मलिक को रक्तचाप की शिकायत होने के बाद तिहाड़ जेल के अधिकारियों ने दिल्ली के अस्पताल में भर्ती कराया है।

Open in App
ठळक मुद्देकश्मीर के अलगाववादी नेता यासीन मलिक को तिहाड़ जेल से दिल्ली के अस्पताल में भर्ती कराया गयाउम्रकैद की सजा काट रहे यासीन मलिक बीते शुक्रवार से तिहाड़ जेल में भूख हड़ताल कर रहे थेयासीन मलिक रुबैया सईद केस में उनके खिलाफ चल रहे ट्रायल में पक्षपात का आरोप लगा रहे हैं

दिल्ली: टेरर फंडिग के कसूरवार और कश्मीर के अलगाववादी नेता यासीन मलिक देश की सबसे सुरक्षित तिहाड़ जेल से निकालकर दिल्ली के अस्पताल में भर्ती कराये गये हैं। जानकारी के मुताबिक यासीन मलिकतिहाड़ जेल में बीते कई दिनों से भूख हड़ताल कर रहे थे। इस कारण उनका स्वास्थ्य खराब हो गया और जेल के चिकित्सकों के कहने पर जेल प्रशासन ने उन्हें मंगलवार को दिल्ली के एक अस्पताल में भर्ती कराया है।

इस संबंध में जेल अधिकारियों का कहना है कि जम्मू-कश्मीर लिबरेशन फ्रंट चलाने वाले कश्मीरी अलगाववादी नेता यासीन मलिक को बीते दो-तीन दिनों से रक्तचाप की शिकायत थी। जिसके बाद उन्हें दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों की सलाह पर उन्हें भर्ती करा दिया गया है।

बताया जा रहा है कि मंगलवार को यासीन मलिक ने जेल रक्षकों से चक्कर आने और उल्टी आने की बात कही, जिसके बाद जेल रक्षकों ने फौरन इस बात की जानकारी जेल अधीक्षक कार्यलय को दी। जहां से जेल चिकित्सकों को सूचित किया गया।

जेल प्रशासन के आदेश पर मलिक के बैरक में पहुंचे चिकित्सकों ने उनकी जांच की और बताया कि उनके रक्तचाप में उतार-चढ़ाव आ रहा है। जेल चिकित्सकों ने मलिक को फौरन अस्पताल में भर्ती कराने की सलाह दी। जिस पर अमल करके हुए जेल प्रशासन ने यासिन मलिक को दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया।

जानकारी के अनुसार यासीन मलिका बीते शुक्रवार से जेल में अनशन और भूख हड़ताल कर रहे थे। मलिक यह विरोध केंद्र सरकार द्वारा जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और पूर्व गृहमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद की बेटी रुबैया सईद के अपहरण केस में अदालत में पेश की इजजात न देने से खफा थे। मलिक का आरोप है कि वो इस मामले में खुद कोर्ट में पेश होकर अपना बचाव करना चाहते हैं लेकिन सरकार उन्हें इस बात की इजाजत नहीं दे रही है।

इसके साथ ही यासीन मलिक ने यह आरोप भी लगाया कि रुबैया केस में उनके खिलाफ पक्षपात हो सकता है और उन्हें फेयर ट्रायल होने पर भी आशंका व्यक्त की थी। इस कारण वो विरोध के तौर पर भूख हड़ताल और अनशन कर रहे थे।

मालूम हो कि टेटर फंडिंग के मामले में उम्रकैद की सजा काट रहे यासीन मलिक को दिल्ली की तिहाड़ जेल में उच्च जोखिम वाली कोठरी में अकेले रखा गया है। भूख हड़ताल के बाद जेल प्रशासन मलिक को जेल के चिकित्सा जांच कक्ष में लेजार आईवी फ्ल्यूड के जरिये भोजन देने की कोशिश कर रहा था, लेकिन उसके बाद भी उनकी तबियत खराब हो गई।

टॅग्स :यासीन मलिकतिहाड़ जेलटेरर फंडिंग
Open in App

संबंधित खबरें

भारतमुख्य चश्मदीद ने 1990 में IAF हत्याकांड के मुख्य शूटर के तौर पर यासीन मलिक की पहचान की

भारततिहाड़ जेल से नहीं हटेगी अफजल गुरु और मकबूल भट्ट की कब्र, दिल्ली हाईकोर्ट ने याचिका की खारिज

भारत'पूर्व पीएम मनमोहन सिंह ने हाफिज सईद से मुलाकात के लिए उन्हें धन्यवाद दिया था' : यासीन मलिक के दावे ने मचाई सनसनी

भारतभगोड़े विजय माल्या और नीरव मोदी को भारत लाने की तैयारी, ब्रिटिश अधिकारियों ने तिहाड़ जेल का किया निरीक्षण

क्राइम अलर्टअभिनेत्री निक्की तंबोली, सोफिया सिंह को तिहाड़ जेल ले गई पुलिस, जानिए पूरा मामला

भारत अधिक खबरें

भारतशशि थरूर को व्लादिमीर पुतिन के लिए राष्ट्रपति के भोज में न्योता, राहुल गांधी और खड़गे को नहीं

भारतIndiGo Crisis: सरकार ने हाई-लेवल जांच के आदेश दिए, DGCA के FDTL ऑर्डर तुरंत प्रभाव से रोके गए

भारतबिहार विधानमंडल के शीतकालीन सत्र हुआ अनिश्चितकाल तक के लिए स्थगित, पक्ष और विपक्ष के बीच देखने को मिली हल्की नोकझोंक

भारतBihar: तेजप्रताप यादव ने पूर्व आईपीएस अधिकारी अमिताभ कुमार दास के खिलाफ दर्ज कराई एफआईआर

भारतबिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का नाम हुआ लंदन के वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज, संस्थान ने दी बधाई