नई दिल्ली: हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला के समरहिल से गुजरने वाले रेलवे ट्रैक पर दरार पड़ने से रेलवे ने कालका-शिमला हैरिटेज लाइन को बंद किया। रेलवे के मुताबिक, यह दरार बीते शुक्रवार यानी 21 जून को सामने आई, जिसे लेकर रेलवे हरकत में आया और एक्शन लेते हुए कालका से शिमला जाने वाली सभी ट्रेनों के रद्द का बड़ा फैसला ठीक होने तक लिया गया। ऐसे में टूरिज्म एसोसिएशन ने चिंता जाहिर की है कि आगे आने वाले समय में क्या इसी तरह के हालात बने रहेंगे। फिलहाल, सामने आई जानकारी के अनसुार ट्रैक पर मरम्मत का काम शुरू हो गया है।
एनएनआई से बात करते हुए पार्षद विरेंद्र ठाकुर ने कहा, 'बीते शनिवार को कई अधिकारी मौके पर पहुंचे और उन्होंने चेक किया, इसके साथ ही पाया कि ट्रैक पर कई जगह दरारें आ गई है'।
उन्होंने आगे कहा कि हम आशा करते हैं कि सरकार इसे जल्द से जल्द ट्रैक को बहाल करने की कोशिश करेगी। यह बात एएनआई ने स्थानीय पार्षद समर हिल वीरेंद्र ठाकुर के हवाले से बताया है।
सुरक्षा कारणों के मद्देनजर, रेलवे प्रशासन ने 22 जून को तारादेवी से आगे शिमला-कालका नैरो गेज लाइन पर ट्रेन सेवा निलंबित कर दी थी। अधिकारियों ने पीटीआई को बताया कि पिछले साल मानसून के दौरान एक रेलवे पुल बह जाने के बाद यह घटनाक्रम हुआ है।
7 में से चार ट्रेन रद्दरेलवे अधिकारी के मुताबिक, इस ट्रैक पर आने वाली सात में से चार ट्रेन को रद्द कर दिया गया। अधिकारी की मानें तो सात में से चार ट्रेनों को निलंबित कर दिया गया है जबकि दो ट्रेनें तारादेवी तक और एक कंडाघाट तक चल रही है।
गर्मी के मौसम में पर्यटकों की भारी भीड़ के बीच शिमला होटल एंड टूरिज्म स्टेकहोल्डर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष एम के सेठ ने कहा, "हमें आश्चर्य है कि आगामी मानसून सीजन के दौरान क्या होगा।" रेलवे पुल पर दरारों के बारे में पता ऐसे समय में चला जब एक दिन पहले अटल सेतु समुद्री पुल' पर दरारें सामने देखने को मिली थी। अधिकारियों का दावा है कि दरारें पुल पर नहीं बल्कि नवी मुंबई के उल्वे से जाने वाली सड़क पर थीं।
दक्षिण मुंबई को नवी मुंबई के उपग्रह शहर से जोड़ने वाला, 'अटल बिहारी वाजपेयी सेवरी-न्हावा शेवा अटल सेतु' को मुंबई ट्रांस-हार्बर लिंक (एमटीएचएल) के रूप में भी जाना जाता है। इसका उद्घाटन इसी साल जनवरी में हुआ था और इसे 17,840 करोड़ रुपये की लागत से बनाया गया था। 21.8 किलोमीटर लंबे छह लेन वाले पुल का निर्माण सत्तारूढ़ भाजपा ने मुंबई महानगर क्षेत्र विकास प्राधिकरण (एमएमआरडीए) के सहयोग से किया था।