विकिलिक्स के प्रकाशक-संस्थापक जूलियन असांजे के खिलाफ शुक्रवार को आरोप दायर कर दिया गया है। सामचार एजेंसी एएनआई ने विकिलीक्स के हवाले से यह जानकारी दी है कि एक अमेरिकी अदालत में उनके खिलाफ आरोप पत्र दायर हो गया है।
इस मामले में जूलियन पहले से ही जेल में हैं। उनके खिलाफ अमेरिका के गोपनीय दस्तावेजों के लीक करने के आरोप थे। हालांकि इस आरोप पत्र में जूलियन असांजे को किन-किन मामलों को लेकर आरोपी बनाया गया है, यह जानकारी अभी बाहर नहीं आ पाई है।
जूलियन असांजे ने साल 2010 में विकिलीक्स नाम की एक वेबसाइट का प्रकाशन शुरू किया था। इसमें अमेरिका की कई गोपनीय दस्तावेजों का प्रकाशन किया। इसमें कुछ दस्तावेज अमेरिकी कूटनीति, अमेरिकी सेना व कई सौदों से संबंधित ऐसे दस्तावेज थे, जिनके सामने आने से कई देशों और कई नामी हस्तियों प्रभाव पड़ रहा था।
अमेरिका के बाद उन्होंने यूरोप से जुड़े दस्तावेजों के लीक करने का भी दावा किया था। लेकिन इससे पहले उन्हें आनन-फनन में गिरफ्तार कर लिया गया था। हालांकि उनके ऊपर किस तरह के आरोप हैं यह अभी साफ नहीं हैं। उन्होंने हमेशा यह कहा कि उन्होंने एथिकल हैकिंग की है।
असांजे को मिल चुका है इकॉनोमिस्ट फ्रीडम ऑफ एक्सप्रेशन का अवार्ड
जूलियन पॉल असांजे को विकिलीक्स की स्थापना से पहले एक तेज-तर्रार कंप्यूटर प्रोग्रामर के तौर पर जाना जाता था। उन्हें एथिकल हैकिंग का मास्टर माना जाता था। साल 2008 में उन्हें इकॉनोमिस्ट फ्रीडम ऑफ एक्सप्रेशन का अवार्ड दिया गया था। विकिलीक्स शुरू करने के बाद उन्हें 2010 में सेम एडम्स अवार्ड भी दिया गया था।
लीक किया था अमेरिका-इराक युद्ध का 4 लाख दस्तावेज
जूलियन असांजे ने अमेरिका-इराक युद्ध से संबंधित करीब चार लाख दस्तावेज विकिलीक्स पर लीक किए थे। इसमें अमेरिका, इंग्लैंड और नाटो की सेनाओं युद्ध से संबंधित कई संवेदनशील दस्तावेज थे।
बराक ओबामा ने कहा था मत करो ऐसा
जूलियन असांजे जब यह दस्तावेज जारी करने शुरू किए थे, तभी तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने उन्हें ऐसा ना करने की चेतावनी दे दी थी। लेकिन वे नहीं माने। इसके बाद उनके खिलाफ वारंट जारी हो गया और कुछ समय तक वे छिप-छिप कर यहां-वहां भागते रहे। बाद में 7 दिसम्बर 2010 को असांजे को लंदन में गिरफ्तार किया गया।