हरियाणा विधानसभा चुनावों के लिए 90 सीटों के लिए मतगणना अपने अंतिम दौर में पहुंच गई है। हरियाणा में किसी एक पार्टी को बहुमत मिलता नहीं दिख रहा। कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला, बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सुभाष बराला समेत कई चर्चित नेता चुनाव हार चुके हैं। इस बीच खट्टर सरकार के पांच मंत्री पीछे चल रहे हैं या चुनाव हार चुके हैं।
हरियाणा में पूर्ण बहुमत के लिए 46 सीटों की आवश्यकता होगी। फिलहाल बीजेपी 39 सीटों पर, कांग्रेस 33 सीटों पर और जेजेपी 10 सीटों पर आगे चल रही है। त्रिशंकु विधानसभा की स्थिति में गठबंधन के जरिए ही सरकार बनाना संभव हो सकेगा। ऐसे में कौन बनेगा हरियाणा का मुख्यमंत्री? यह सवाल सभी की जुबान पर है। जानें, फिलहाल हरियाणा के मुख्यमंत्री पद के लिए किन नामों की सुगबुगाहट चल रही है।
1. मनोहर लाल खट्टर
अगर जेजेपी का समर्थन मिल जाए तो बीजेपी की सरकार बनने का रास्ता साफ हो सकता है। ऐसे में खट्टर एकबार फिर मुख्यमंत्री बन सकते हैं। मई 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने सभी 10 सीटों पर जीत दर्ज की थी। इसके बावजूद विधानसभा चुनाव में बीजेपी को बड़ा नुकसान हुआ है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पार्टी आलाकमान खट्टर से खुश नहीं है। हालांकि तमाम सर्वे के मुताबिक आज भी खट्टर सीएम पद के लिए पहली पसंद हैं।
2. भूपेंद्र सिंह हुड्डा
ताजा समीकरणों के मुताबिक अगर कांग्रेस, जेजेपी और निर्दलीय मिल जाएं तो हरियाणा में सरकार बना सकते हैं। इस स्थिति में भूपेंद्र सिंह हुड्डा के मुख्यमंत्री बनने की पूरी संभावना है। आजतक एक्सिस माई इंडिया के सर्वे में 30 फीसदी लोग मानते हैं कि राज्य की कमान भूपेंद सिंह हुड्डा के हाथों में हो। वो पहले भी दो बार हरियाणा की कमान संभाल चुके हैं। जाट होना भी उनके पक्ष में जा सकता है।
3. दुष्यंत चौटाला
जननायक जनता पार्टी के अध्यक्ष दुष्यंत चौटाला इस विधानसभा चुनाव में किंगमेकर बनकर उभरे हैं। कांग्रेस या बीजेपी को सत्ता में आने के लिए उनके समर्थन की जरूरत होगी। ऐसी स्थिति में वो कांग्रेस पार्टी से मुख्यमंत्री पद की मांग कर सकते हैं। आजतक-एक्सिस माई इंडिया के सर्वे में 13 प्रतिशत लोगों ने हरियाणा के मुख्यमंत्री के लिए दुष्यंत चौटाला को अपनी पसंद बताया था।
4. कुलदीप बिश्नोई
कुलदीप बिश्नोई कांग्रेस के नेता और हरियाणा के तीन बार मुख्यमंत्री रहे चौधरी भजनलाल के पुत्र हैं। वो सोनाली फोगाट के खिलाफ चुनाव जीत गए हैं। 22 सितंबर 1968 को जन्मे कुलदीप हिसार की आदमपुर विधानसभा सीट से तीन बार विधायक रहे हैं। आदमपुर सीट से 1968 से कुलदीप बिश्नोई का परिवार कभी नहीं हारा है। अगर कांग्रेस सरकार बनाती है तो दबी जुबान से कुलदीप बिश्नोई का नाम भी सामने आ रहा है।
5. अनिल विज
खट्टर सरकार में वरिष्ठ मंत्री रहे अनिल विज का नाम भी मुख्यमंत्री पद की रेस में शामिल है। इसबार के चुनाव में अनिल अंबाला कैंट सीट से जीत की हैट्रिक लगाने में कामयाब हुए हैं। पिछले विधानसभा चुनावों में भी अनिल विज 49.21 फीसद मतों के साथ जीते थे। अगर बीजेपी आलाकमान खट्टर को सीएम पद से हटाने पर विचार करता है तो उस स्थिति में अनिल विज मुख्यमंत्री पद के लिए एक प्रबल दावेदार हैं।