Daljit Singh Chaudhary: केंद्र सरकार ने लोकसभा चुनाव को देखते हुए बदलाव शुरू कर दिया है। वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी दलजीत सिंह चौधरी को सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) का महानिदेशक नियुक्त किया गया है। कार्मिक मंत्रालय के एक आदेश में यह जानकारी दी गई है।
उत्तर प्रदेश कैडर के 1990 बैच के भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) अधिकारी चौधरी इस समय केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के विशेष महानिदेशक के रूप में कार्यरत हैं। आदेश के अनुसार, मंत्रिमंडल की नियुक्ति समिति ने 30 नवंबर, 2025 यानी उनकी सेवानिवृत्ति की तारीख तक की अवधि के लिए एसएसबी के महानिदेशक के रूप में उनकी नियुक्ति को मंजूरी दे दी है।
एसएसबी नेपाल और भूटान के साथ लगती भारत की सीमाओं की निगरानी करता है। इस महीने की शुरुआत में रश्मि शुक्ला को उनके कैडर राज्य महाराष्ट्र में वापस भेजे जाने के बाद केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल में शीर्ष पद रिक्त पड़ा था। शुक्ला अब महाराष्ट्र की पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) हैं।
अनुभवी अधिकारी दलजीत सिंह चौधरी की नियुक्ति से महत्वपूर्ण सीमा क्षेत्रों के प्रबंधन में नई ताकत और रणनीतिक विशेषज्ञता आने की उम्मीद है। खासकर क्षेत्र में उभरती सुरक्षा चुनौतियों के संदर्भ में है।चौधरी का अतीत में विभिन्न महत्वपूर्ण जिम्मेदारियों के साथ एक विशिष्ट करियर रहा है।
सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) का अवलोकन सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) भारत सरकार के गृह मंत्रालय के प्रशासनिक नियंत्रण के तहत पांच केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (सीएपीएफ) में से एक है। 1963 में स्थापित एसएसबी की स्थापना मूल रूप से भारत-चीन युद्ध के बाद भारत-नेपाल सीमा पर चीनी सैनिकों की गतिविधियों का मुकाबला करने के लिए की गई थी।
प्राथमिक भूमिका और जिम्मेदारियाँ एसएसबी की प्राथमिक भूमिका भारत-नेपाल और भारत-भूटान सीमाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करना है। इसमें सीमा पार अपराध, तस्करी और अन्य अवैध गतिविधियों को रोकना शामिल है। बल उग्रवाद विरोधी अभियानों में भी लगा हुआ है और सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए जिम्मेदार है।