नई दिल्ली: भारतीय पहलवानों द्वारा लगाए गए गंभीर आरोपों के बाद भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के 22 जनवरी को अपने पद से हटने की संभावना है। इस दिन वे अपना इस्तीफा दे सकते हैं। विनेश फोगट, बजरंग पुनिया और कई अन्य पहलवानों ने 18 और 19 जनवरी को नई दिल्ली के जंतर मंतर पर अध्यक्ष और कुश्ती संघ के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। फोगट ने आरोप लगाया था कि डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष महिला पहलवानों का यौन उत्पीड़न करते रहे हैं।
एमर्जेंट जनरल काउंसिल की बैठक में दे सकते हैं इस्तीफा
एक रिपोर्ट के मुताबिक रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (डब्ल्यूएफआई) अध्यक्ष 22 जनवरी को होने वाली एमर्जेंट जनरल काउंसिल की बैठक में अध्यक्ष पद से अपने इस्तीफे की पेशकश कर सकते हैं। भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष व भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह सभी आरोपों का जवाब देने के बाद गुरुवार को दिल्ली से सड़क मार्ग से गोंडा के लिए रवाना हुए।
अपने ऊपर लगे सभी आरोपों का किया खंडन
डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों का खंडन किया और पहलवानों पर निशाना साधते हुए कहा कि वे राष्ट्रीय स्तर पर ट्रायल देने या लड़ने के लिए तैयार नहीं हैं। उन्होंने यह भी कहा कि यह उनके खिलाफ एक सुनियोजित साजिश है। उन्होंने कहा, “जब मुझे पता चला कि दिल्ली में पहलवानों ने विरोध करना शुरू कर दिया है, तो मुझे नहीं पता था कि आरोप क्या है।'
उन्होंने इस पूरे घटनाक्रम को बताया साजिश
कुश्ती संघ के अध्यक्ष ने कहा, "विनेश फोगाट ने जो यौन शोषण के आरोप लगाए हैं, क्या कोई इन आरोपों के साथ आगे आ रहा है? क्या कोई एथलीट है जो इन आरोपों के साथ आगे आया है और कहा है कि फेडरेशन के अध्यक्ष ने किसी प्रकार का यौन उत्पीड़न किया है?" उन्होंने कहा कि यह मेरे खिलाफ साजिश है। उन्होंने इसमें बड़े उद्योगपति का हाथ बताया। उन्होंने कहा कि वह किसी भी तरह की जाँच के लिए तैयार हैं।