चंदन मित्रा ने दिया बीजेपी से इस्तीफा, पीएम मोदी की धुर विरोधी नेता से मिला सकते हैं हाथ
By स्वाति सिंह | Published: July 18, 2018 05:24 PM2018-07-18T17:24:23+5:302018-07-18T17:24:23+5:30
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो मित्रा 21 जुलाई को कोलकाता में होने वाले टीएमसी के वार्षिक मेगा रैली का में तृणमूल कांग्रेस का दामन थाम सकते हैं।
नई दिल्ली, 18 जुलाई: पश्चिम बंगाल में भारतीय जनता पार्टी ने नेता और पूर्व राज्यसभा सदस्य चंदन मित्रा ने पार्टी छोड़ने का ऐलान किया है। उन्होंने कहा 'मैंने इस्तीफा दे दिया है, लेकिन अभी मैंने यह तय नहीं किया है कि मैं कब और कहां जॉइन करूंगा। इसलिए मैं इस बारे में अभी कोई खुलासा नहीं कर सकता'।वहीं अगर खबरों की मानें तो चंदन मित्रा जल्द ही तृणमूल कांग्रेस का दामन थाम सकते हैं। उन्होंने मंगलवार को बीजेपी से अलग होने का ऐलान किया था।
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मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो मित्रा 21 जुलाई को कोलकाता में होने वाले टीएमसी के वार्षिक मेगा रैली का में तृणमूल कांग्रेस का दामन थाम सकते हैं। गौरतलब है कि हर साल 21 जुलाई को विक्टोरिया हाउस के सामने फायरिंग को लेकर शहीद दिवस का आयोजन किया जाता है। बता दें कि चंदन मित्रा की राज्यसभा सदस्यता 2016 में खत्म हो गई थी। जिसके बाद मंगलवार को बीजेपी को अपना त्यागपत्र दे दिया है। माना जाता है कि चंदन मित्रा को लालकृष्ण आडवाणी काफी करीबी थे।
पत्रकार चंदन मित्रा लंबे समय से बीजेपी में हाशिए पर थे। मित्रा ने पत्रकार के रूप में स्टेटसमैन हाउस से अपना करियर शुरू किया था। उन्होंने 2016 में पश्चिम बंगाल की हुगली विधानसभा सीट से बीजेपी के टिकट पर चुनाव भी लड़ा था। हालांकि चुनाव में उनकी जमानत तक जब्त हो गई थी।
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यह भी खबर थी कि पिछले कई दिनों से चंदन मित्रा की पार्टी में बन नहीं रही थी। यहां तक कि उन्होंने कैराना में हार के बाद बीजेपी द्वारा बनाई रणनीति पर सवाल भी खड़े किए थे। चंदन मित्रा ने अपने करियर की शुरूआत बतौर पत्रकार के रूप में की थी। उन्होंने स्टेटसमैन हाउस से एक पत्रकार के रूप में काम करना शुरू किया था। जिसके बाद साल 2016 में उन्हें बीजेपी ने पश्चिम बंगाल की हुगली विधानसभा सीट से टिकट दिया और उन्होंने वहां से चुनाव लड़ा था। लेकिन तब उनकी जमानत तक जब्त हो गई थी।
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