पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के बेटे अभिजीत मुखर्जी कांग्रेस छोड़ तृणमूल में शामिल, नहीं थम रहा दूसरी पार्टियों से आने वालों का सिलसिला
By अभिषेक पारीक | Published: July 5, 2021 04:49 PM2021-07-05T16:49:43+5:302021-07-05T17:13:49+5:30
विधानसभा चुनाव के बाद अन्य पार्टियों के नेताओं का तृणमूल कांग्रेस में शामिल होने का सिलसिला लगातार जारी है। अब पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के बेटे और कांग्रेस के पूर्व सांसद अभिजीत मुखर्जी तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गए हैं।
विधानसभा चुनाव के बाद अन्य पार्टियों के नेताओं का तृणमूल कांग्रेस में शामिल होने का सिलसिला लगातार जारी है। अब पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के बेटे और कांग्रेस के पूर्व सांसद अभिजीत मुखर्जी तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गए हैं। कोलकाता में स्थित तृणमूल भवन में आयोजित कार्यक्रम में पार्टी के सांसद और लोकसभा में पार्टी के नेता सुदीप बंदोपाध्याय और पार्टी के महासचिव और मंत्री पार्थ चटर्जी की उपस्थिति में मुखर्जी को पार्टी में शामिल किया गया।
कुछ समय पहले ही अभिजीत मुखर्जी ने ममता बनर्जी के भतीजे और तृणमूल के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी के साथ बैठक की थी। तभी से उनके कांग्रेस छोड़कर तृणमूल में शामिल होने की अटकलें लगाई जा रही थीं। ममता बनर्जी की सहमति के बाद मुखर्जी को पार्टी में शामिल कराया गया है।
Former President Pranab Mukherjee's son Abhijit Mukherjee joins Trinamool Congress in Kolkata pic.twitter.com/LVLPdzpVCt
— ANI (@ANI) July 5, 2021
मुखर्जी दो बार सांसद रहे
अभिजीत मुखर्जी दो बार जंगीपुर से सांसद रह चुके हैं। साथ ही नहटाटी से विधायक भी रहे हैं। उन्होंने कहा कि भारत को भाजपा मुक्त करने और समाज को एक करने के ममता बनर्जी के संग्राम में सक्रिय रूप से शामिल होंगे। उन्होंने भाजपा को सांप्रदायिक ताकत बताते हुए कहा कि भाजपा की ताकत को ममता बनर्जी ने रोक दिया है। उनके सहयोग से देश भर में भाजपा को रोकने में सफलता मिलेगी।
The way Mamata Banerjee halted the recent communal wave by BJP, I believe that in the future, with the support of others, she would be able to do the same in the entire country: Abhijit Mukherjee, son of former President Pranab Mukherjee after joining TMC pic.twitter.com/Sx7eAefpM8
— ANI (@ANI) July 5, 2021
मुखर्जी की विदाई बड़ा झटका
विधानसभा चुनावों में तृणमूल कांग्रेस ने जीत के साथ एक बार फिर राज्य की सत्ता पर कब्जा जमाया था। वहीं कांग्रेस को चुनावों में एक भी सीट नहीं मिली थी। ऐसे में पार्टी से अभिजीत मुखर्जी की विदाई को बड़ा झटका माना जा रहा है। दूसरी ओर, लेफ्ट पार्टियों को भी लोगों ने नकार दिया था। चुनाव के बाद से ही तमाम बड़ी पार्टियों के नेताओं का तृणमूल में शामिल होने का सिलसिला लगातार जारी है। भाजपा से कई बड़े नेता और बड़ी संख्या में कार्यकता तृणमूल में शामिल हुए हैं।